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UP News : वाराणसी। वाराणसीवासियों के लिए दोहरी खुशखबरी है। शहर में जल्द ही रोप-वे की सवारी शुरू होने जा रही है, जिसका उद्घाटन नवंबर 2025 में होगा। साथ ही, केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी में मेट्रो रेल संचालन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। शहर के तेजी से हो रहे विस्तार और बढ़ती आबादी को देखते हुए मेट्रो को आवश्यक माना गया है। जिला प्रशासन ने मेट्रो के लिए सर्वे शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी है और राइट्स सहित अन्य कंपनियों से बातचीत शुरू हो चुकी है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो 2025 के अंत तक मेट्रो का सर्वे कार्य शुरू हो जाएगा।
UP News : शहर के विस्तार ने बढ़ाई मेट्रो की जरूरत
वर्ष 2014 के बाद से वाराणसी का तेजी से विस्तार हुआ है, जो अब पिंडरा, चोलापुर और चौबेपुर तक फैल चुका है। शहर से सटे कई गांवों में नई कॉलोनियां, औद्योगिक इकाइयां और व्यावसायिक संस्थान स्थापित हो रहे हैं। रिंग रोड और वाराणसी-प्रयागराज राजमार्ग पर स्पोर्ट्स स्टेडियम, अस्पताल और अन्य औद्योगिक इकाइयों की स्थापना प्रस्तावित है। इसके अलावा, राजघाट पुल के समानांतर गंगा पर बन रहे सिक्स-लेन पुल के पूरा होने के बाद पड़ाव, रामनगर और अन्य इलाके सीधे शहर से जुड़ जाएंगे। इन सभी क्षेत्रों में सुगम यातायात और यात्रा की गति बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने मेट्रो संचालन की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
UP News : कैंट स्टेशन बनेगा मल्टी-मोडल हब
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि बढ़ती आबादी और शहर के विस्तार को देखते हुए मेट्रो का संचालन जरूरी हो गया है। कैंट स्टेशन को मल्टी-मोडल ट्रैफिक टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां मेट्रो, रोप-वे, ट्रेन और शहर के भीतर चलने वाली एसी बसों को एकीकृत किया जाएगा। इससे यात्रियों को शहर के किसी भी हिस्से में पहुंचने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। एक इंटीग्रेटेड कॉरिडोर भी यहीं बनाया जाएगा, जो सभी परिवहन साधनों को जोड़ेगा।
UP News : रोप-वे का उद्घाटन नवंबर में
रोप-वे परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि इसका लोकार्पण नवंबर 2025 में होगा। इसके लिए कार्यदायी एजेंसी को अंतिम समय-सीमा दे दी गई है। पूरी परियोजना एक साथ शुरू होगी और बीच में किसी भी स्टेशन का अलग से उद्घाटन नहीं होगा। रोप-वे के संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। मेट्रो परियोजना का अगला चरण शहर के बाहरी इलाकों और मुख्य राजमार्गों को जोड़ने पर केंद्रित होगा।