
Tahawwur Rana
नई दिल्ली : Tahawwur Rana: मुंबई 26/11 आतंकी हमलों के 17 साल बाद, इस भयानक घटना के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा आज भारत की धरती पर कदम रख चुका है। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद उसका विशेष विमान आज शाम 7 बजे दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर उतरेगा। सुरक्षा एजेंसियों ने राणा को भारत लाने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। एनआईए, दिल्ली पुलिस और स्वाट कमांडो की टीमें हवाई अड्डे पर मुस्तैद हैं। राणा को विमान से उतरते ही औपचारिक रूप से हिरासत में लिया जाएगा।
Tahawwur Rana: मोदी सरकार की कूटनीतिक जीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से यह कूटनीतिक उपलब्धि हासिल हुई है। 64 वर्षीय राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, पिछले एक दशक से अधिक समय तक अमेरिकी जेल में बंद रहा। वह 26/11 हमले के मुख्य षड्यंत्रकारी डेविड कोलमैन हेडली का निकटतम सहयोगी था। इस हमले में 175 लोगों की जान गई थी और 300 से अधिक घायल हुए थे। राणा को पहले एनआईए मुख्यालय ले जाया जाएगा, जहाँ उसकी मेडिकल जाँच होगी। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहाँ उसकी कस्टडी के लिए आवेदन किया जाएगा।
Tahawwur Rana: कड़ी सुरक्षा के साथ स्थानांतरण
राणा को हवाई अड्डे से एनआईए मुख्यालय तक बुलेटप्रूफ वाहन में ले जाया जाएगा, जिसकी सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस की गाड़ियाँ और स्वाट कमांडो तैनात रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए बहुस्तरीय इंतजाम किए गए हैं और हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है।
Tahawwur Rana: इजरायल ने की भारत की तारीफ
इस प्रत्यर्पण पर इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा, “मुंबई हमले के एक दोषी को न्याय के दायरे में लाने के लिए भारत सरकार का संकल्प प्रशंसनीय है। इस हमले में इजरायलियों सहित कई मासूमों की जान गई थी।” यह कदम भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता माना जा रहा है।