
South Korea
South Korea : सियोल/सांचियोंग काउंटी : दक्षिण कोरिया में भीषण बारिश और भूस्खलनों ने भारी तबाही मचाई है। विशेष रूप से दक्षिण ग्योंगसांग प्रांत के सांचियोंग काउंटी में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। अब तक कम से कम 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं। भूस्खलनों ने कई गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
शनिवार सुबह से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने लगातार तीन अलग-अलग गांवों में कहर बरपाया। एक गांव में 60 वर्षीय व्यक्ति बेहोशी की हालत में मिला, जिसे कार्डियक अरेस्ट का शिकार पाया गया। वहीं एक अन्य गांव में भूस्खलन से दो लोगों की मौत हो गई। दोपहर बाद हुए एक और कीचड़ भूस्खलन में दो और लोगों की जान चली गई जबकि एक व्यक्ति लापता है।
South Korea : 700 मिमी से ज्यादा बारिश
दक्षिण ग्योंगसांग प्रांत में बुधवार से शनिवार तक 700 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई। कई इलाकों में सड़कें डूब गई हैं, घरों में पानी भर गया है, और भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अब तक करीब 7,029 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि 2,800 से अधिक लोग अभी भी अपने घर नहीं लौट पाए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अग्निशमन एजेंसी ने देशव्यापी आपातकालीन अलर्ट जारी कर दिया है।
South Korea : मौसम विभाग की चेतावनी
अब तक सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर 5 मौतें और 4 लोगों के लापता होने की पुष्टि की गई है। हालांकि शनिवार को हुई चार नई मौतें अभी इस आंकड़े में शामिल नहीं हैं। केंद्रीय आपदा और सुरक्षा उपाय मुख्यालय की ओर से शाम तक ताज़ा आंकड़ों की घोषणा किए जाने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शनिवार को कुछ इलाकों में 250 मिमी तक और बारिश हो सकती है, जिससे जान-माल के नुकसान की आशंका और बढ़ गई है।
A landslide triggered by torrential rain killed at least three people in South Korea. Rescuers are battling to find three others who are believed still buried under earth and debris. #SouthKorea #LANDSLIDE pic.twitter.com/P6SyuK0gEO
— Our World (@MeetOurWorld) July 19, 2025
South Korea : जनजीवन पर असर
प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। दमकल कर्मी लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं, वहीं स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और धार्मिक स्थलों को अस्थायी शेल्टर में बदल दिया है। भारी बारिश के चलते रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में बिजली और जल आपूर्ति बाधित है, जिससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।