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SECL: कोरबा। कोरबा जिले में SECL की कुसमुंडा परियोजना के कार्यालय में भूविस्थापित परिवारों की महिलाओं ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। रोजगार और मुआवजे की मांग को लेकर यह पहला मौका है जब महिलाओं ने इस तरह प्रदर्शन किया। GM कार्यालय में SECL प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
SECL: महिलाओं का कहना है कि प्रबंधन बार-बार झूठे आश्वासन देता है, लेकिन रोजगार, मुआवजा और पुनर्वास के मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। प्रदर्शन के दौरान एक अधिकारी ने उन्हें बाहर जाने को कहा, जिस पर महिलाओं ने जवाब दिया, “चूड़ी पहन लो, साड़ी पहन लो।” महिलाओं ने फर्जी नौकरियों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग भी की।
ये है प्रमुख मांगें:
-1978-1988 के बीच लंबित रोजगार प्रकरणों को शीघ्र पूरा कर सही उम्मीदवारों को नौकरी दी जाए।
-फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वालों को निलंबित कर उनकी सुविधाएं बंद की जाएं और सत्यापन के बाद लाभ दिया जाए।
-भूविस्थापितों के लिए वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था हो और पूर्व में निकाले गए उम्मीदवारों को पुनः नियुक्त किया जाए।
-आंदोलन के दौरान पुलिस कार्रवाई का शिकार हुए भूविस्थापितों के खिलाफ केस वापस लिए जाएं।
इसी कड़ी में महिलाओं द्वारा आज शनिवार को कुसमुंडा GM सचिन पाटिल और CMD का पुतला दहन किया जाएगा। प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई है। आंदोलनकारी महिलाओं का कहना है कि प्रबंधन के अड़ियल रवैया ने उन्हें अर्धनग्न प्रदर्शन करने पर मजबूर कर रहा है।