
मुंबई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चर्चित नारे “एक हैं तो सेफ हैं” को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी अभियान के आखिरी दिन तीखे सियासी तंज में बदल दिया। बीकेसी में आयोजित एक रैली में राहुल गांधी ने “सेफ” पर सवाल उठाते हुए कहा, “यहां सेफ कौन है?” इस दौरान उन्होंने एक पोस्टर दिखाया, जिसमें “एक हैं तो सेफ हैं” लिखा हुआ था।
अडाणी पर निशाना
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडाणी पर सीधा हमला करते हुए सेफ के बहाने दोनों की तस्वीर दिखाकर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियां उद्योगपतियों के फायदे के लिए बनाई जाती हैं, जिससे आम जनता के रोजगार और संसाधन छिन रहे हैं।
मुंबई से रोजगार की स्थिति पर सवाल
राहुल गांधी ने मुंबई से 8 बड़े उद्योगों के दूसरे राज्यों में स्थानांतरित होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के 5 लाख युवाओं का रोजगार छिन गया है। इसके जरिए उन्होंने युवाओं को भाजपा सरकार के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश की।
सियासी माहौल गर्माया
राहुल गांधी के इस हमले के बाद भाजपा नेताओं ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए। भाजपा ने राहुल के बयान को चुनावी स्टंट बताते हुए इसे “झूठ और गुमराह करने वाला प्रयास” करार दिया।
धारावी परियोजना का मुद्दा उठाया
राहुल गांधी ने धारावी पुनर्विकास परियोजना की ओर ध्यान खींचते हुए कहा कि यह योजना भी उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई है। उन्होंने इसे “भाजपा की कॉर्पोरेट-परस्त नीति” का हिस्सा बताया।
भविष्य की राजनीति पर असर
राहुल गांधी के इस बयान से मुंबई का सियासी माहौल गर्म हो गया है। चुनावी परिणाम यह बताएंगे कि उनकी यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है।
क्या राहुल की रणनीति कारगर होगी?
राहुल गांधी की यह “सेफ” राजनीति कितनी सफल होती है, यह आगामी चुनावी नतीजों से स्पष्ट होगा। फिलहाल, भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी से चुनावी माहौल चरम पर है।