आतंकियों के निशाने पर RSS मुख्यालय, खुफिया इनपुट मिलने के बाद अचानक छावनी में तब्दील हुआ संघ मुख्यालय, 2006 जैसे हमले की आशंका
नई दिल्ली/नागपुर। RSS HQ Security: दिल्ली में हुए बम धमाके के बाद वैसे भी पूरे देशभर के शहरों में हाई अलर्ट जारी किया गया था। इसमें नागपुर का नाम सबसे ऊपर था। RSS मुख्यालय पर हमला का खुफिया इनपुट मिलने के बाद अचानक ही संघ मुख्यालय और आसपास के परिसर में बढ़ाई गई सुरक्षा-व्यवस्था से साफ है कि संघ बिल्डिंग पर भी आतंकी खतरा मंडरा रहा है। इस बारे में पुलिस विभाग और एजेंसियां कुछ भी बोलने से कतरा रही हैं लेकिन अचानक परिसर की सुरक्षा चाकचौबंद होने से परिसर के नागरिकों में भी हड़कंप मचा हुआ है।
RSS HQ Security: मंगलवार को अचानक आला पुलिस अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल बड़कस चौक से संघ मुख्यालय परिसर में दाखिल हुआ। यहां सुरक्षा-व्यवस्था पर मंथन किया गया। संघ बिल्डिंग की ओर जाने वाली हर एक सड़क पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। हर एंट्री प्वाइंट पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। सामान्य की तरह नहीं बल्कि भारी भरकम बैरिकेड से सड़क को घेरा गया है।
RSS HQ Security: स्थानीय नागरिकों के अलावा परिसर में जाने वाले हर शख्स से पूछताछ की जा रही है। मंगलवार की दोपहर 2 कंबल विक्रेता परिसर में दाखिल हुए। उन्हें देखते ही सुरक्षाकर्मी सचेत हो गए। हुलिया कश्मीरी था, इसीलिए कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची। काफी देर तक उनसे पूछताछ की गई। सामान्य विक्रेता होने की पुष्टि के बाद उन्हें छोड़ा गया। इससे साफ है कि एजेंसियों और सिटी पुलिस को कोई तगड़ा इनपुट मिला है क्योंकि 10 नवंबर को दिल्ली ब्लास्ट के बाद भी इतनी सुरक्षा नहीं थी जितनी अब लगाई गई है।
RSS HQ Security: जून 2006 में आरआरएस मुख्यालय पर हो चुका है फिदायीन हमला
RSS HQ Security: बता दें कि, इसके पहले भी जून 2006 में आरआरएस मुख्यालय पर फिदायीन हमला हो चुका है। हालांकि पुलिस की सतर्कता से बड़ी घटना टली थी और तीनों आतंकियों को मार गिराया गया था। इसके पश्चात बड़कस चौक पर सिमी के लोगों ने पाइप बम भी प्लांट किया था। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि दिल्ली के बाद नागपुर में भी इस प्रकार की घटना हो सकती है, इसीलिए सुरक्षा के लिहाज से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
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