
Rajnandgaon News : भूपेश बघेल के लोग मेरे ऊपर हमला करते हैं...जानें किसने कहां ऐसा
राजनांदगांव, देवाशीष
Rajnandgaon News : स्वर्गीय देवव्रत की पत्नी ने बोला भूपेश के लोग मेरे ऊपर हमला करते हैं। भुपेश को वोट ना करें 121 – पूर्व विधायक एवं खैरागढ़ राजा की विधवा पत्नी विभा सिंह राजनांदगांव लोकसभा के अंतर्गत आने वाली खैरागढ़ विधानसभा से जोगी कांग्रेस के नेता पूर्व विधायक राजा स्वर्गीय देवव्रत सिंह की मृत्यु 4 नवंबर 2021 को हुई थी।
Rajnandgaon News : मृत्यु के समय खैरागढ़ से देवव्रत सिंह जोगी कांग्रेसी विधायक थे स्वर्गीय देवव्रत सिंह की वर्तमान विधवा पत्नी विभा सिंह ने देवव्रत सिंह की तलाकशुदा पत्नी पद्मा सिंह और भूपेश बघेल के ऊपर गंभीर आरोप लगाए और और राजनांदगांव लोकसभा की जनता से अपील की है
कि भूपेश बघेल को वोट ना करें लोकसभा चुनाव में हराये स्वर्गीय देवव्रत सिंह की तलाकशुदा पत्नी पदमा सिंह और वर्तमान विधवा पत्नी विभा सिंह के बीच अधिकार की लड़ाई चल रही है । देवव्रत सिंह वर्तमान पत्नी विभा सिंह ने आरोप लगाया है कि देवव्रत सिंह की तलाक शुदा पत्नी पद्मा सिंह मेरे विधवा पत्नी होने का अधिकार छीनना चाहती है
और तलाकशुदा पत्नी पदम सिंह उनके ऊपर गुंडो से हमला करा रही है । हमले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लोगों का हाथ है । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साथ में घूमने वाले लोग मेरे ऊपर हमला कर रहे हैं जिसकी उन्होंने तस्वीर जारी की देवव्रत सिंह की तलाकशुदा पत्नी पदम सिंह की दूसरी शादी की तस्वीर भी विभा सिंह ने जारी की और बताया देवव्रत सिंह तलाक के बाद पदमा सिंह ने दूसरा विवाह कर लिया था।
आब उनका देवव्रत सिंह की संपत्ति और अन्य चीजों पर कोई अधिकार नहीं स्वर्गीय विधायक देवव्रत की मृत्यु के बाद मेरे ऊपर लगातार हमले हो रहे थे जिस पर सरकार और पुलिस कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी। कोर्ट के आदेश के बाद मुझे पुलिस की सुरक्षा मिली है। साथी ही साथ आरोप लगाया है कि देवव्रत सिंह को कांग्रेस छोड़ने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विवश किया था
जिसके कारण उनको जोगी कांग्रेस प्रवेश करना पड़ा इसके बाद देवव्रत सिंह खैरागढ़ से विधायक भी बने । उसके बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल देवव्रत सिंह को लगातार प्रताड़ित कर रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिसके कारण उनका हार्ट अटैक आया एवं मृत्यु हुई। 2021 में स्वर्गीय पूर्व विधायक देवव्रत सिंह की मृत्यु संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई थी। उनकी मृत्यु के बाद उनका पोस्टमार्टम की मांग मैं की थी जो मांग को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नहीं माना और उनका दाह संस्कार बिना पोस्टमार्टम के हुआ है।