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Rajasthan News: कोटा: झालावाड़ जिले में हाल ही में हुए स्कूल हादसे के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने सरकारी स्कूलों की स्थिति की जांच तेज कर दी है। जर्जर हालत वाले भवनों और कमरों की सूची तैयार की जा रही है, साथ ही इनमें बच्चों को बैठने से मना किया गया है। नयापुरा इलाके के बालिका विद्यालय में निरीक्षण के दौरान पहली मंजिल पर एक कमरे की छत का प्लास्टर गिरा हुआ पाया गया। यह कमरा बंद था, लेकिन रविवार को होने वाले प्रतियोगी परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को इसमें बैठाने की योजना थी।
जिला प्रशासन के अनुसार विद्यालय का निरीक्षण किया गया है और परीक्षा से पहले सभी तैयारियां पूरी की जा रही हैं। नयापुरा के स्कूल में प्लास्टर गिरने की स्थिति को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा विभाग की चीफ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के मुताबिक जर्जर भवनों वाले स्कूलों की शिकायतों के आधार पर निरीक्षण शुरू किया गया है। साजिदेंड़ा के किशोरपुरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में फर्श खोखले होने की समस्या सामने आई, जिसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
पाटन पोल गवर्नमेंट स्कूल में कुछ कमरों में नमी और छत में दरारें हैं, जिनमें बच्चों को बैठने से रोका गया है। चंद्रघटा के प्राइमरी स्कूल को सामुदायिक भवन में चलाया जा रहा है, जिसे मर्ज करने या साफ-सफाई के निर्देश दिए गए हैं। नान्ता महल स्कूल की इमारत मजबूत है, लेकिन छज्जों के गिरने की समस्या है, जिसके लिए बजट स्वीकृति का इंतजार है।
नयापुरा विद्यालय में परीक्षा के लिए चार नए कमरे तैयार हैं, लेकिन बिजली कनेक्शन बाकी है। वैकल्पिक इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं ताकि अभ्यर्थियों को कोई असुविधा न हो। विभागीय आदेश मिलते ही सभी सुधार कार्य तेजी से पूरे किए जाएंगे।
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