
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। उनकी बल्लेबाजी प्रतिभा पर कोई सवाल नहीं है, लेकिन उनके बढ़ते वजन और धीमी फील्डिंग के कारण विशेषज्ञों ने उनकी फिटनेस पर चिंता जताई है।
कई दिग्गजों का मानना है कि रोहित को अपनी फिटनेस पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है, ताकि वह टीम के लिए लंबे समय तक योगदान दे सकें। खासकर टेस्ट और वनडे जैसे लंबे फॉर्मेट में, जहां खिलाड़ियों की शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति का बड़ा महत्व है, फिटनेस अहम भूमिका निभाती है।
प्रशंसकों का कहना है कि रोहित के क्रिकेट कौशल और स्ट्राइक रेट में कोई कमी नहीं है, लेकिन मौजूदा दौर में फिटनेस भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि रोहित को अपनी फिटनेस पर काम करके मैदान पर अपनी गति और सहनशक्ति को बेहतर करना चाहिए। यह देखना दिलचस्प होगा कि रोहित इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं और अपनी फॉर्म और फिटनेस में संतुलन कैसे बनाते हैं।