Pak Defense Minister: भारत से रातभर पिटता रहा पाकिस्तान, ख्वाजा आसिफ ने संसद में सुनाई उलझी हुई कहानी
Pak Defense Minister: इस्लामाबाद/नई दिल्ली। बीती रात भारत की जबरदस्त जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने चीन में बने रॉकेट भारत पर दागने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना और सेना ने ऐसी जोरदार प्रतिक्रिया दी कि अब भी पाकिस्तान अपने टूटे-फूटे ड्रोन के टुकड़े समेटने में लगा है।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ खुद को सेफ जोन में रखकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, जबकि सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी जनता ही अपनी सरकार का मज़ाक बना रही है। इस बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने संसद में एक हास्यास्पद और गोलमोल बयान देकर खुद को भी आलोचनाओं के घेरे में ला खड़ा किया है।
Pak Defense Minister: ड्रोन हमले की ‘तकनीकी’ थ्योरी
रक्षा मंत्री आसिफ ने संसद में कहा कि भारत की तरफ से जो ड्रोन हमला हुआ, उसका मकसद पाकिस्तानी ठिकानों की लोकेशन ट्रैक करना था। उन्होंने कहा, “यह एक टेक्निकल मसला है, जिसे मैं विस्तार से नहीं समझा सकता।” उन्होंने दावा किया कि भारतीय ड्रोन को जानबूझकर इंटरसेप्ट नहीं किया गया ताकि पाकिस्तान की पोजिशन उजागर न हो।
Pak Defense Minister: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से डरा पाकिस्तान
जानकारों के अनुसार, भारत द्वारा की गई ताज़ा कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में देखा जा रहा है, जिससे पाकिस्तान बुरी तरह सहम गया है। पाकिस्तान ने भारत पर रॉकेट हमले कर “पटाखे फोड़ने” की कोशिश की थी, लेकिन जवाब में भारत ने पाकिस्तान के आसमान में “असली आतिशबाजी” कर डाली।
भारत की इस कार्रवाई में लाहौर सहित कई पाकिस्तानी सैन्य और तकनीकी ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। इससे पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियां सकते में हैं।
Pak Defense Minister: मदरसे के छात्रों को बताया ‘सेकेंड डिफेंस लाइन’
अपने संसद भाषण में आसिफ ने कहा कि तुर्किए, चीन और अजरबैजान पाकिस्तान के साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि “मदरसे में पढ़ने वाले छात्र पाकिस्तान की दूसरी रक्षा पंक्ति हैं, और उनका उपयोग अन्य ज़रूरतों के लिए किया जा सकता है।” इस बयान पर विपक्ष और नागरिक समाज ने तीखी आलोचना की है।
Pak Defense Minister: भारत की ‘आकाश’ मिसाइल से मिली कड़ी चेतावनी
भारत ने इस संघर्ष में स्वदेशी रूप से विकसित आकाश मिसाइल सिस्टम का उपयोग किया, जिसने पाकिस्तान के जेएफ-17 फाइटर जेट को निशाना बनाकर गिरा दिया। यह मिसाइल सिस्टम भारतीय वायुसेना और थलसेना दोनों के पास मौजूद है, और इसे अग्रिम मोर्चों पर तैनात किया गया है।
‘आकाश’ मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 25 से 30 किमी तक की है। इसे डीआरडीओ ने विकसित किया है और यह ‘रडार-बेस्ड कमांड गाइडेंस’ तकनीक से लक्ष्य को सटीकता से भेदने में सक्षम है।
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