
Operation Cyber Shield : रायपुर। राजधानी रायपुर में साइबर अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई ने एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के फ्रॉड रैकेट को ध्वस्त कर दिया है। रायपुर रेंज पुलिस के ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत चार प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने फर्जी मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स के जरिए देशभर के 500 से अधिक लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया। जांच में 60 म्यूल बैंक अकाउंट्स का खुलासा हुआ, जो चीनी नागरिक APK के निर्देशन में संचालित हो रहे थे।
Operation Cyber Shield : पुलिस जांच के अनुसार, आरोपी www.erishtaa.com, www.jeevanjodi.com और www.royalrishtey.com जैसी नकली मैट्रिमोनियल साइट्स बनाकर संभावित दूल्हा-दुल्हन के फर्जी प्रोफाइल अपलोड करते थे। आकर्षक फोटोज और झूठे वादों से लुभाकर वे पीड़ितों से रजिस्ट्रेशन फीस, प्रीमियम मेंबरशिप और ‘वेरिफिकेशन’ के नाम पर पैसे ऐंठते थे। रायपुर के डीडी नगर और आजाद चौक थानों में HDFC तथा साउथ इंडियन बैंक के 96 म्यूल अकाउंट्स के खिलाफ दर्ज FIR ने इस सिलसिले को उजागर किया।
Operation Cyber Shield : रेंज पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के नेतृत्व में साइबर क्राइम पोर्टल की गहन जांच के बाद उड़ीसा, गुजरात, बिलासपुर और रायपुर से चारों आरोपियों को धर दबोचा गया। रायपुर के गोल चौक डगनिया और कटोरा तालाब स्थित फर्जी कार्यालयों पर की गई छापेमारी में 50 मोबाइल फोन, 10 डेस्कटॉप, कई सिम कार्ड और अन्य साइबर उपकरण जब्त किए गए। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि म्यूल अकाउंट्स का कंट्रोल चीनी नागरिक APK के माध्यम से होता था, जो अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क का हिस्सा था। ट्रांजैक्शन पर 5-10% कमीशन बांटकर वे मनी लॉन्ड्रिंग का खेल चलाते थे।
Operation Cyber Shield : गिरफ्तार आरोपियों में उड़ीसा के गजसिंह सुना (मुख्य ऑपरेटर), गुजरात के भिखु सचदेव (टेक्निकल एक्सपर्ट), बिलासपुर के साहिल कौशिक (अकाउंट मैनेजर) और रायपुर के हर्षित शर्मा (लोकल कोऑर्डिनेटर) शामिल हैं। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।