Naresh Meena
Naresh Meena: जयपुर: झालावाड़ के पिपलोदी स्कूल हादसे में मृत बच्चों के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर युवा नेता नरेश मीणा का आमरण अनशन आठवें दिन भी जारी है। बीती रात तबीयत बिगड़ने पर पुलिस ने उन्हें अनशन स्थल से उठाकर जयपुर के एसएमएस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया। इस बीच, पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अस्पताल पहुंचकर मीणा से मुलाकात की और उन्हें पानी पिलाया, जिससे अनशन तोड़ने की अफवाहें उड़ीं।
Naresh Meena: नरेश मीणा ने अस्पताल बेड से ही इन खबरों का खंडन किया। उन्होंने कहा, “मैंने सिर्फ पानी पिया है, मेरा मौन और अन्न त्याग का अनशन जारी है। यह तब तक चलेगा, जब तक सरकार झालावाड़-पिपलोदी हादसे में मृत बच्चों के परिजनों को पूर्ण न्याय नहीं देगी।” मीणा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट कर समर्थकों से गांधीवादी तरीके से आंदोलन तेज करने की अपील की। उन्होंने लिखा, “मेरा अनशन चालू है। सरकार मांगे मान ले तो ही समाप्त होगा। शांतिपूर्ण संघर्ष से न्याय पाएं।”
Naresh Meena: यह अनशन झालावाड़ के पिपलोदी स्कूल में हुए दर्दनाक हादसे से जुड़ा है, जिसमें कई मासूम बच्चों की जान गई। पीड़ित परिवारों ने मुआवजा, नौकरी और सहायता की मांग की, लेकिन उनका आरोप है कि सरकार ने उनकी उपेक्षा की और अपमानित किया। मीणा की मांग है कि परिवारों को उचित मुआवजा मिले।
Naresh Meena: खाचरियावास ने मीणा के संघर्ष को समर्थन देते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मासूमों की मौत पर परिवारों को बकरियां देकर अपमानित करना अमानवीय है। सरकार का व्यवहार शर्मनाक है।” अनशन से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, और मीणा की सेहत पर सभी निगाहें टिकी हैं।
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