
Muzaffarnagar News : बीजेपी के बड़बोले पूर्व विधायक........वीडियो वायरल
Muzaffarnagar News : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद से बीजेपी के चर्चित रहे पूर्व विधायक विक्रम सैनी की कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। जिसमें वह समाज के लोगों को ज्ञान बांटते नजर आ रहे हैं।
विक्रम सैनी एक कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए कह रहे है कि अपनी जान की व्यवस्था के लिए कुछ ना किया तो मारोगे इसलिए सब अपने घर के हर गेट के पीछे एक एक लठ रखो ताकि जरूरत पड़ने पर उसे इस्तेमाल कर
सको, साथी वह कह रहे हैं कि वह खुद अपनी गाड़ी में फावले के 4 बिंट्टे (लठ) रखते हैं ताकि रास्ते में कोई बात हो जाए तो खुद अपनी सुरक्षा कर सके, विक्रम सैनी की माने तो जो लोग भारत माता की जय नहीं बोल सकते उन्हें देश में रहने
का अधिकार नहीं है,और किसी भी समाज का कोई व्यक्ति अगर देश मैं गलत काम करेगा तो उसे ठोक देना चाहिए तभी हमारा देश बचेगा, विपक्षी पार्टीया देश में दंगा भड़काना चाहती हैं ,और कांग्रेस पार्टी के लोग मैं किसी पार्टी की
बात नहीं करता लेकिन जो लोग बोल रहे हैं बांग्लादेश हो जाएगा तो सबसे पहले उनकी ही खोपड़ी छितेगी।
दरसअल बताया जा रहा है खतौली विधानसभा क्षेत्र के कस्बा खतौली में एक बैंकट हॉल में रविवार को मेजर ध्यानचंद जयंती के दौरान सूर्यवंशी सैनी युवा समिति के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहन करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन
किया गया था। जिसमें खतौली विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक विक्रम सैनी ने मंच से लोगो को संबोधित करते हुए कहां की…
ऐसी स्थिति हो गई मैं कहता हूं और ऐसी स्थिति अगर हुई तो नहीं संकोच सुपड़ा साफ हो जाएगा और हिंदू समाज कमजोर नहीं है और जहां तक मैं अपने समाज की बात करता हूं सैनी समाज से बड़ा कोई हिंदू ही नहीं है क्योंकि हमने
अपना धर्म तब बच्चा है जब औरंगजेब की तलवारे हिंदुओं को ढूंढ ढूंढ कर काट रही थी और उन्हें सवा मंथ जनेऊ दीप को जलाकर औरंगजेब नहाता था स्नान करता था तब कोई माली कहलाए, कोई कुशवाहा और कोई मौर्य तो हमारी 170
खाप हैं कहीं-कहीं ठाकुर भी हैं और मैं मानता हूं सब हिंदू हैं और यहां के रहने वाले जो मुसलमान हैं उनके पूर्वज भी हिंदू ही हैं लेकिन औरंगजेब की तलवार के डर से उनके बड़ों को मुसलमान बनना पड़ा, योगी जी मेरठ BIT में कह गए
हैं की बटोगे तो कटोगे और अपनी जान की व्यवस्था के लिए कुछ काम ना किया तो भी मरोगे तो अपने हर गेट के पीछे लठ तो खड़ा हुआ हो जितने भी गेट हैं इधर-उधर सब जगह एक लाठी होनी चाहिए और कुत्ता या सांप आ जाए तो
स्वहरो मार तो देंगे लेकिन कुछ नहीं मिलता और खाली हाथ यहां तक की खेत में भी खाली हाथ और पहले कंधे पर चद्दर और हाथ में लठ लेकर जाते थे और मैं तो अभी ऐसे ही रहता हूं कभी खाली रहता ही नहीं और मेरी गाड़ी में चार
फावले के बिंटे हमेशा रहते हैं क्योंकि कहां जान बचाने की जरूरत पड़ जाए और जब तक पुलिस आएगी तब तक तो ठोक पीट कर फिट हो जाएंगे तो अपनी सुरक्षा खुद करने के लिए समाज को एकजुट होना चाहिए, और जो यह कांग्रेस
के लोग जो भी हैं मैं पार्टी की बात नहीं करता जो भी ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं की बांग्लादेश हो जाएगा तो सबसे पहले इनकी खोपड़ी छितेगी।
मैं देख रहा था कि पूरा भरा हुआ था लेकिन पीछे कुछ कुर्सियां खाली थी, दूध कौन निकलेगा या वही सम्मेलन में रहेगा और यह मेजर ध्यान सिंह जी जिन्होंने देश का नाम रोशन किया यह खिलाड़ी उनके नाम पर बच्चों को पुरस्कार दिया
गया ताकि हमारे बच्चे ऐसे ही बने और हमने कोई पाबंदी नहीं लगाई और हमने अपने कार्यकर्ताओं को फोन किया कि आपका कोई बालक हो यहां पर आए उसको पुरस्कार दिया जाएगा और यह खाली सैनियों के बच्चों का कार्यक्रम नहीं
है बच्चे तो बच्चे हैं और वह भगवान का रूप है तो सारे समाज के बच्चों के लिए यहां पुरस्कार वितरित किए गए क्योंकि हमारा दिल बहुत बड़ा है और हम एक कुएं का मेंढक बना नहीं चाहते हम समुद्र में खेलना चाहते हैं और पूरे हिंदू
समाज को जोड़ना चाहते हैं, यह जाट, गुर्जर, सैनी, प्रजापति सब भूल जाओ और जब कव्वाल में लट बजा था तो हमें फोन आ रहा था की विक्रम भाई मुल्लाओं से झगड़ा हो गया तो मैंने कहा आरा भाई में जिस पर मैं अपने लोगों को फोन
करता गया और मेरे साथ डेढ़ सौ-दौ सौ लोग आए तो हाथ में लाठी लेकर सालों को फिट करते थे और आज भी हम तैयार बैठे रहते है सब राम-राम करते हैं क्योंकि वालेकुम सलाम हम किसी की नहीं लेते और जो नमस्ते करता है नमस्ते
लेंगे राम-राम करेगा तो राम-राम लेंगे हम और किसी चीज को नहीं जानते हैं बस नमस्ते और राम-राम और भारत माता की जय वंदे मातरम इसके अलावा हमें नहीं पता, हम अगर भारत माता की जय नहीं बोल सकते और वंदे मातरम के
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नारे नहीं लगा सकते तो जो लोग लगा नहीं सकते उसे इस देश में रहने का अधिकार नहीं है और जहां नहीं नारे लगा सकते वहां चले जाओ और यहां तो वंदे मातरम भारत माता की जय कहना चाहिए चाहे वह देशभक्त किसी भी जाति
किसी भी धर्म का हो क्योंकि पहले मेरा देश बाद में मेरी जाति और सब बाद की बात है पहले मेरा देश है अगर देश नहीं रहेगा तो कहां रहेंगे और अगर पाकिस्तान बम मारने लगे या युद्ध हो जाए तो यह देखा जाएगा कि यह हिंदू यह
मुसलमान यह ठाकुर या सैनी कौन है और बम तो बम है सब पर गिरेगा तो सब मरेंगे तो देशभक्ति की भावना सबके अंदर होनी चाहिए।
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वहां गए लाल किले पर हमें प्रधानमंत्री आवास घेर लेना चाहिए था हमें राष्ट्रपति आवास घेर लेना चाहिए था अरे ऐसा प्रयास किया तो फिर गोली चलेगी इस बार मोदी जी पुलिस को खाली नहीं रखेंगे और अब की बार रायफल होगी वह
हाथों में लठ होंगे जरा करके देखना, किसी नाम के ऊपर आप देशद्रोह करोगे आप देश के साथ गद्दारी करोगे और गद्दारी का इलाज मैं तो कहता हूं जनता को ही कर देना चाहिए और आप सरकार के भरोसे ना रहो क्योंकि सरकार को
वोट के लिए भी थोड़ा सा सोचना पड़ता है कि यार अगर लठ बजा दिया तो वोट गई इसका समाज नाराज हो जाएगा भाई समाज की कोई गलती नहीं अगर कोई किसी भी समाज का व्यक्ति देश के प्रति गलत करता है तो उसकी खोपड़ी
का इलाज कर देना चाहिए और उसे ठोक देना चाहिए तब यह देश बचेगा, ऐसी बहुत रिपोर्ट मिल रही है कि भारत में भी दंगा करने की योजना है और जो विपक्ष यूज पार्टियां हैं जो दूसरे देश हैं वह यहां दंगा भड़काना चाहते हैं और सरकार को
कमजोर करना चाहते हैं साथ ही हिंदू समाज को कमजोर करना चाहते हैं तो मैं तो हिंदू समाज को पूरा आह्वान करना चाहता हूं की भाई मजबूती के साथ रहो, मैंने अपने गांव में सारे दुकानदारों को फावले के बिंटे बांट दिए थे और एक
साला कसाई था, गुंडा था व मार पिटाई करता था तो मैं सबको फावले के बिंटे और जो सब्जी बेचने वाले थे उनको भी फावले के बिंटे और कहां की भिड़ जाओ और साले को ठोक दो तो ऐसे समाज का भला होता है, भाषण देते रहो
आदरणीय फलाने जी, ढीकडे जी अरे भाषण-वांषण में क्या रखा है बहुत राशन दे लिया और जिनको राशन योगी मोदी ने दिया वही गुंडागर्दी वही दंगा कर रहे हैं और जो हमारे भारत ने स्वतंत्र देश बनाया था वहीं आंख दिख रहा है और
हिंदुओं को मार रहा है भूखा मर जाएगा जैसे पाकिस्तान मर रहा है, सारा राशन बांग्लादेश ने चाहे चीनी हो या कोई और चीज हो या फैक्ट्रियां हो भारत से ही जाती थी अब ले लो झुनझुना।