
Musk-Trump
Musk-Trump: वॉशिंगटन/न्यूयॉर्क: टेस्ला और SpaceX के सीईओ एलन मस्क को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर किए गए कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स पर अब पछतावा हो रहा है। मस्क ने खुद यह स्वीकार किया कि उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर जो कुछ भी ट्रंप के खिलाफ लिखा, वह “हद से ज्यादा आगे निकल गया”। यह बयान तब आया जब मस्क और ट्रंप के बीच ‘वन बिग ब्यूटिफुल बिल’ नामक खर्च विधेयक को लेकर खुली बहस तेज हो गई। यह बिल ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान उनके नीति एजेंडे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा था।
Musk-Trump: क्या है विवाद की जड़
दरअसल, एलन मस्क ने ट्रंप प्रशासन के खर्च बिल को सार्वजनिक रूप से “बेकार और गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया था। उन्होंने रिपब्लिकन सांसदों से इस बिल के खिलाफ राजनीतिक कार्रवाई की मांग भी की थी। मस्क का आरोप था कि यह विधेयक बेहद जल्दबाज़ी में पारित किया गया, बिना इस पर समुचित चर्चा या पारदर्शिता के।
इसके जवाब में, डोनाल्ड ट्रंप ने भी एलन मस्क पर पलटवार किया और कहा कि “मस्क को इस बिल की पूरी जानकारी थी” और उन्होंने कभी आपत्ति नहीं जताई जब तक वे सरकारी सलाहकार पद पर थे। ट्रंप ने मस्क को “विश्वासघाती” और “राजनीतिक रूप से भ्रमित” तक कह डाला।
Musk-Trump: मस्क का स्पष्टीकरण और पछतावा
इस पूरे विवाद के बाद एलन मस्क ने X पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा “मुझे डोनाल्ड ट्रंप को लेकर किए गए कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स पर पछतावा है। मैं मानता हूं कि यह बहस कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ गई और इसे सार्वजनिक स्तर पर इस तरह नहीं होना चाहिए था।” मस्क ने यह भी दावा किया कि उन्हें उस बिल के मसौदे की कोई जानकारी नहीं दी गई थी और इसे इतनी तेजी से पास किया गया कि “कांग्रेस के किसी सदस्य को इसे पढ़ने तक का मौका नहीं मिला।”
Musk-Trump: राजनीति और तकनीक की टकराहट
गौरतलब है कि एलन मस्क ट्रंप प्रशासन के दौरान सरकारी दक्षता विभाग (Department of Government Efficiency – DOGE) के प्रमुख सलाहकार के रूप में कार्यरत थे। लेकिन अब वह खुद को ट्रंप की आर्थिक नीतियों से अलग कर रहे हैं। यह विवाद अमेरिका में राजनीति और तकनीकी क्षेत्र के बीच बढ़ते तनाव की ओर भी इशारा करता है, जहां दिग्गज टेक लीडर्स नीतिगत फैसलों पर खुलकर अपनी राय रखने लगे हैं।