नई दिल्ली: भारत में गूगल मैप्स के कारण होने वाली दुर्घटनाएं एक गंभीर समस्या बनती जा रही हैं, और हाल ही में केरल, उत्तर प्रदेश, और बिहार में ऐसे कई मामले सामने आए हैं। यह मुद्दा अब राज्यसभा में भी उठ चुका है। सोमवार को शून्यकाल के दौरान, एक सांसद ने सरकार से इस पर ठोस कदम उठाने की मांग की। सांसद ने गूगल मैप्स की गाइडलाइन से होने वाली दुर्घटनाओं को गंभीर समस्या बताया और सरकार से इस पर विचार करने की अपील की।
बीजेपी सांसद अजीत माधव राव गोपछड़े ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की मदद से गूगल मैप्स का स्वदेशी मॉडल विकसित करने का सुझाव दिया। उन्होंने भारतीय स्टार्टअप्स और कंपनियों को इस दिशा में प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
गोपछड़े ने कहा कि गूगल मैप्स की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं में हाल के दिनों में बढ़ोतरी देखी गई है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर केरल, उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए हादसों का हवाला दिया और बताया कि इन घटनाओं से यह साबित होता है कि तकनीकी उपकरणों पर अत्यधिक निर्भरता कभी-कभी खतरनाक साबित हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि गूगल मैप्स की जानकारी हमेशा सही नहीं होती, और कई बार यह गलत दिशा दिखाती है या भ्रामक हो सकती है।
उन्होंने आईटी एक्ट की धारा 43ए का भी उल्लेख किया, जिसमें प्रावधान है कि सभी संस्थाओं को अपने उपयोगकर्ताओं के डेटा की सुरक्षा और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाय करने होंगे। इसके तहत पीड़ित को मुआवजे के रूप में हर्जाना देने का भी प्रावधान है।
गोपछड़े ने कहा कि गूगल मैप्स एक वैश्विक स्तर पर प्रमुख नेविगेशन साधन है, लेकिन भारत में भी तेजी से विकास कर रहे स्टार्टअप्स और कंपनियां इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत कर रही हैं। उन्होंने यह सुझाव दिया कि अगर भारतीय स्टार्टअप्स और कंपनियां इसरो और अन्य संस्थानों के साथ मिलकर अत्याधुनिक तकनीक पर काम करें, तो एक ऐसा प्लेटफॉर्म विकसित किया जा सकता है, जो गूगल मैप्स जैसी वैश्विक सेवाओं पर निर्भरता को कम कर सके।
उन्होंने यह भी कहा कि इससे भारतीय कंपनियों के पास अपने देश के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए नक्शे और डेटा होंगे, जिन्हें स्थानीय जरूरतों और संदर्भ के अनुसार अनुकूलित किया जाएगा। सांसद ने सरकार से इस पर गंभीरता से विचार करने और गूगल मैप्स जैसी स्वदेशी चीजों को अपनाने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।
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