
नए साल से पहले घर में करें ये बदलाव, वास्तु दोष से मिल जाएगी मुक्ति....
Vastu Dosh se kaise chutkara payen: वास्तु शास्त्र में यह माना जाता है कि घर की दिशा और उसमें रखी वस्तुएं आपके जीवन पर गहरा प्रभाव डालती हैं। सकारात्मक ऊर्जा के लिए जरूरी है कि घर के हर हिस्से में सामंजस्य हो। यदि घर में वास्तु दोष हो तो यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे जीवन में समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में, नए साल से पहले अपने घर में कुछ छोटे बदलाव करके आप वास्तु दोष को दूर कर सकते हैं और जीवन में सकारात्मकता का स्वागत कर सकते हैं।
1. मुख्य द्वार की स्थिति पर ध्यान दें
मुख्य द्वार को घर के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में माना जाता है, क्योंकि यहीं से ऊर्जा का प्रवेश होता है। इसे हमेशा साफ और व्यवस्थित रखें। मुख्य द्वार को उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। दक्षिण और पश्चिम दिशा में प्रवेश द्वार वास्तु दोष का कारण बन सकता है। इस दिशा में कोई भी अव्यवस्था और बाधा न हो, इसका खास ध्यान रखें।
2. सोने की दिशा और बेडरूम
सोने की दिशा का वास्तु में बहुत महत्व है। बेडरूम को हमेशा घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें और सोते समय सिर दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। बेड के नीचे किसी भी प्रकार का सामान या अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
3. रसोई का स्थान और व्यवस्था
घर में रसोई का स्थान भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसे घर के दक्षिण-पूर्व दिशा में बनवाना सबसे अच्छा होता है। रसोई में चूल्हा (अग्नि) दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। रसोई को साफ और व्यवस्थित रखना चाहिए, ताकि इसमें नकारात्मक ऊर्जा न हो और घर में समृद्धि बनी रहे।
4. पानी का स्रोत और टंकी
घर में पानी का स्रोत भी वास्तु शास्त्र के अनुसार होना चाहिए। जल स्रोत को हमेशा उत्तर दिशा में रखें। टंकी और बाथरूम की व्यवस्था भी सही दिशा में होनी चाहिए, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो और वास्तु दोष से बचा जा सके।
5. सामान का सही स्थान
घर में सामान रखने की दिशा का भी वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान है। खासकर, अलमारी और किताबों की रैक को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखें। पुराने और अव्यवस्थापित सामान को घर से बाहर निकालें, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और घर में वास्तु दोष पैदा करते हैं।
6. दीवारों का रंग और स्थिति
घर की दीवारों का रंग भी वास्तु दोष को प्रभावित करता है। हल्के रंग जैसे सफेद, क्रीम, हल्का पीला आदि घर में शांति और समृद्धि लाते हैं। दीवारों में किसी भी प्रकार की दरार या गंदगी न हो, इसका ध्यान रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचरण नहीं होता है।
7. धूप-दीप और खुशबू का महत्व
घर में धूप-दीप और अगरबत्तियां जलाना वास्तु शास्त्र के अनुसार सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। रोज़ाना घर के सभी हिस्सों में सुगंधित धूप और दीपक लगाएं, जिससे घर में समृद्धि और शांति बनी रहे। यह नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करता है।
8. पौधों का उपयोग और दिशा
घर में पौधे रखने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। तुलसी का पौधा विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इसे घर की उत्तर दिशा में रखें। इसके अलावा, घर में सजावटी पौधे और फूल भी अच्छे होते हैं, जो वातावरण को ताजगी और सकारात्मकता प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में छोटे-छोटे बदलाव करके आप न सिर्फ वास्तु दोष को खत्म कर सकते हैं, बल्कि अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत भी कर सकते हैं। नए साल में यह बदलाव आपके जीवन को समृद्ध और खुशहाल बना सकते हैं।