
Mahakumbh 2025 : जब जेल में गूंज उठा हर-हर गंगे........
उन्नाव : Mahakumbh 2025 : महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर उन्नाव जिला जेल में कैदियों के लिए एक अनूठा और आध्यात्मिक आयोजन किया गया। जेल प्रशासन ने प्रयागराज से विशेष रूप से संगम का पवित्र जल मंगवाया और जेल परिसर में स्नान का आयोजन करवाया। इस मौके पर कैदियों ने गुलाब की पंखुड़ियों से सजे जलकुंड में डुबकी लगाई और ‘हर हर गंगे’ के जयघोष के साथ अपने भीतर शुद्धि और आत्मशांति का अनुभव किया।
Mahakumbh 2025 : महाकुंभ की इस पावन बेला पर जेल प्रशासन ने कैदियों को भी आध्यात्मिक आस्था का अनुभव कराने के लिए यह विशेष पहल की। जेल के अंदर संगम जल से भव्य स्नान का आयोजन किया गया, जहां कैदी पूरे श्रद्धा भाव से इसमें शामिल हुए। जेल अधिकारियों ने बताया कि यह पहल कैदियों के मानसिक और आत्मिक उत्थान की दिशा में की गई थी, जिससे उन्हें आध्यात्मिक शांति का अनुभव हो सके।
गुलाब की पंखुड़ियों से सजा जलकुंड
स्नान कार्यक्रम को और पवित्र और खास बनाने के लिए जेल प्रशासन ने जलकुंड को गुलाब की पंखुड़ियों से सजाया। जलकुंड में जैसे ही कैदियों ने स्नान किया, माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया। जेल के अंदर गूंजते मंत्रोच्चार और ‘हर हर गंगे’ के उद्घोष ने एक आध्यात्मिक वातावरण तैयार कर दिया।
कैदियों में दिखी नई ऊर्जा
इस आयोजन में शामिल हुए कैदियों ने बताया कि यह उनके लिए एक नई और सकारात्मक अनुभूति थी। किसी ने इसे आत्मशुद्धि का अनुभव बताया, तो किसी ने इसे नई शुरुआत के रूप में देखा। जेल में इस तरह के आयोजनों से कैदियों के मनोबल को बढ़ावा मिलता है और वे समाज के साथ आत्मिक रूप से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।
अनूठी पहल
जेल अधीक्षक ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य कैदियों को आध्यात्मिक और मानसिक शांति प्रदान करना था। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि कैदी यहां से सिर्फ सजा पूरी कर बाहर न जाएं, बल्कि उनके भीतर एक सकारात्मक बदलाव आए। आध्यात्मिकता उन्हें जीवन के प्रति नई दृष्टि दे सकती है और यही हमारा प्रयास है।”
इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि आध्यात्मिकता और आस्था किसी विशेष स्थान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हर व्यक्ति को शांति और सकारात्मकता प्रदान कर सकती हैं, चाहे वह कहीं भी हो। महाकुंभ के इस पवित्र अवसर पर संगम जल से जेल में हुआ यह स्नान कैदियों के जीवन में नई ऊर्जा और उमंग भरने का एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुआ।