Magh Gupt Navratri : माघ माह की गुप्त नवरात्रि अब अपने समापन की ओर बढ़ रही है। यह नवरात्रि 30 जनवरी से आरंभ हुई थी और 7 फरवरी 2025 को समाप्त होगी। 6 फरवरी को गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि मनाई जा रही है, जिसे विशेष शुभ माना जाता है। इस दिन देवी साधना के साथ दान-पुण्य का भी अत्यधिक महत्व बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार, इस पावन अवसर पर सही विधि से दान करने से कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है। विशेष रूप से, दान देते समय सही मंत्रों का उच्चारण करने से यह फल और भी अधिक बढ़ जाता है।
गुप्त नवरात्रि में दान का महत्व
गुप्त नवरात्रि के दौरान दान को अत्यंत शुभ माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दान करने से न केवल पापों का नाश होता है बल्कि सुख-समृद्धि और शांति भी प्राप्त होती है। इस दिन माता को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार के दान करना उत्तम माना गया है।
गुप्त नवरात्रि में क्या-क्या दान करना चाहिए?
- अन्न (अनाज) दान:
- चावल, गेहूं, दाल, जौ आदि का दान करने से सभी दुखों और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- यह माता रानी को अत्यंत प्रिय माना जाता है और इससे देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
- लाल चंदन और कुमकुम दान:
- माता रानी को लाल चंदन और कुमकुम चढ़ाने के साथ इसे दान करने से विशेष लाभ मिलता है।
- विवाहित महिलाओं के लिए यह वैवाहिक सुख-संपत्ति बढ़ाने वाला होता है।
- तिल और गुड़ से बनी चीजें दान करना:
- काले तिल, तिल के लड्डू या गुड़ से बनी चीजें दान करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
- यह दान सुख-शांति और समृद्धि लाने वाला माना जाता है।
- वस्त्र दान:
- माता रानी को लाल और पीला वस्त्र अति प्रिय होता है।
- ऐसे में गरीबों और जरूरतमंदों को लाल या पीले वस्त्र दान करने से देवी की कृपा प्राप्त होती है।
- सोने-चांदी के गहनों का दान:
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सोने-चांदी के गहनों का दान संपत्ति और वैभव में वृद्धि करता है।
- इससे घर में सुख-समृद्धि और आर्थिक उन्नति होती है।
- सुहाग से जुड़ी वस्तुएं दान करना:
- विवाहित महिलाओं को चूड़ी, बिंदी, नेल पॉलिश और सुहाग से जुड़ी अन्य चीजें दान करनी चाहिए।
- इससे वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है और सौभाग्य प्राप्त होता है।
दान करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?
दान करते समय सही मंत्रों का जाप करने से दान का फल कई गुना बढ़ जाता है।
विशेष मंत्र:
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे”
इस मंत्र का जाप करते हुए दान करने से:
- साधक को कई गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है।
- माता की कृपा से सभी प्रकार की परेशानियां दूर होती हैं।
- साधक और उसके परिवार पर सुख, समृद्धि और सौभाग्य बना रहता है।
गुप्त नवरात्रि की नवमी पर दान का विशेष फल
- इस दिन व्रतधारियों और भक्तों के लिए दान करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य माना जाता है।
- मान्यता है कि इस दिन किए गए दान से पितृ दोष और कर्म बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।
- गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, धन, और अन्य आवश्यक वस्तुएं दान करने से जीवन में उन्नति और आध्यात्मिक शुद्धि प्राप्त होती है।
गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि दान-पुण्य और देवी की कृपा प्राप्त करने का सर्वश्रेष्ठ अवसर है। इस दिन सही विधि से अनाज, वस्त्र, गहने, तिल-गुड़ आदि का दान करने से माता रानी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। दान करते समय “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे” मंत्र का जाप करने से दान का फल कई गुना बढ़ जाता है। इस शुभ अवसर पर श्रद्धा और भक्ति के साथ दान कर सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करें।