
बस्ती यूपी: जिले में एक सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया जहाँ एक हिन्दू महिला दूसरे समुदाय के झोला छाप डॉक्टर को दिल दे बैठी और प्यार इस कदर परवान चढ़ा की महिला अपने 6 साल के बच्चे तक का मुंह नही देखी और पहले पति को तलाक देकर अपने प्रेमी संग दुधारा थाना क्षेत्र में एक मंदिर में शादी कर ली, गैर समुदाय के अनवारुल मुस्तफा पहले हिन्दू बनकर अपने जाल में फसाया और युवती की जिंदगी दागदार कर डाली।
मामला बस्ती जिले के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र का है जहाँ दुधारा थाना क्षेत्र की रहने वाली रिंकी यादव की शादी 2013 में भानु यादव सिसवारी में हुई और इसी दौरान रिंकी ने बच्चे को जन्म दिया जो आज 9 साल का हो गया, इसी दौरान अनवारुल मुस्तफा जो एक झोलाछाप डॉक्टर था वह रिंकी की ससुराल में इलाज करने आया जाया करता था, धीरे-धीरे रिंकी और मुस्तफा की करीबियां बढ़ने लगी और अनवारुल मुस्तफा अपने आप को हिन्दू बताकर अपने जाल में फास लिया और शादी का हवाला देकर उससे शारीरिक संबंध बनने लगा, इस दौरान रिंकी ने अपने पहले पति से छुटकारा लेने के लिए उसको तलाक दे दी और साल के बच्चे को लेकर चली गयी,
अनवारुल मुस्तफा ने रिंकी को एक किराए के मकान में संत कबीर नगर में रखता और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता, इसी दौरान रिंकी ने गर्भ धारण किया और एक बच्ची अर्पिता को जन्म दिया, तीन साल बीत जाने के बाद जब रिंकी ने मुस्तफा से अपने घर ले जाने की बात कही तो मुस्तफा ने इनकार कर दिया, मुस्तफा रिंकी को घर कैसे लेकर जाता मुस्तफा ने पहले ही एक मुस्लिम महिला से निकाह कर रखा था अनवारुल मुस्तफा रिंकी से निजाद पाने के लिए आये दिन मुस्तफा रिंकी को मरता पिटता था,एक बार तो मुस्तफा ने इस कदर पिटाई की महिला का चार माह का गर्भ ही खंडित हो गया, पिटाई के दौरान ही बच्चा पेट से बाहर आगया।
लगातर अनवारुल मुस्तफा का अत्याचार बढ़ता देख रिंकी ने हिम्मत बांधी और इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की पीड़िता को इंसाफ दिलाने और मुकदमा लिखने में पुलिस ने महीनों लगा दिये और दो दिन पूर्व पुलिस ने पीड़िता की तहरीर लेकर आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया, अब पीड़िता का मेडिकल परीक्षण और बयान कराने का सिलसिला शुरू कर दी है।
घटना के बावत सीओ सिटी सतेंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि एक महिला द्वारा एक प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ जिसमें महिला द्वारा शादी का झांसा देकर गैर सुमदाय के अनवारुल मुस्तफा नाम के शख्स पर आरोप लगाया है जिसमे मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी को जेल भेज दिया गया है।