
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आ गए है ,जहा NDA गठबंधन ने 293 सीटो के साथ सत्ता में वापसी की तो वही इंडी गठबंधन से 237 सीट हासिल कर बीजेपी को प्रत्यक्ष बहुमत की सरकार बनाने से रोकने में कामयाब रही जिसके कारण मोदी 3.0 में सरकार कही न कही अब अपने सहयोगियों पर पूर्णता निर्भर है| अब इंडी गठबंधन एक बार फिर लोकसभा अध्यक्ष चुनाव में अपना दम दिखाने की कोशिश में लग गई है | माना जा रहा है की इंडी गठबंधन लोकसभा अध्यक्ष चुनाव में अपना प्रत्याशी उतार सकती है हालाकि इंडी गठबंधन का ये भी कहना है की अगर NDA किसी सर्वमान्य नेता को अपना प्रत्याशी बनाती है तो वो उम्मीदवार नहीं उतारेगी |
Loksabha Speaker Chunav
क्या होता है लोकसभा स्पीकर का पद
लोकसभा अध्यक्ष का हमारे संसदीय लोकतंत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान होता है लोकसभा अध्यक्ष का कार्य लोकसभा की कार्यवाही को गरिमा और व्यवस्थित रूप से संचालन का होता है और उससे यह अपेक्षा भी की जाती है कि वह सत्ता पक्ष और विपक्ष को दोनों के बीच सामंजस्य बनाकर लोकसभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से संपन्न कराना है |
Loksabha Speaker Chunav
कैसे होता है लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव
भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में अध्यक्ष पद का चुनाव चुने गए लोकसभा के सदस्यों के द्वारा किया जाता है वैसे तो अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए कोई विशेष योग्यता निर्धारित नहीं है ,परंतु उसे लोकसभा का सदस्य होना आवश्यक है और इस पद को धारण करने वाला व्यक्ति संविधान, देश के कानून प्रक्रिया और नियमों, संसद की कार्यप्रणाली का समझ होना एक महत्वपूर्ण गुण माना जाता है |वैसे तो लोकसभा अध्यक्ष का पद का चुनाव केवल नाम मात्र का होता है क्योंकि सत्तारूढ़ के पास इस चुनाव को जीतने के लिए पूर्ण बहुमत होता है तो कभी-कभी विपक्ष भी इस पद की गरिमा और सम्मान को बनाए रखने के लिए कोई प्रत्याशी नहीं उतारती |
Loksabha Speaker Chunav
सत्तारूढ़ के लिए क्यों महत्वपूर्ण है अध्यक्ष का पद
लोकसभा अध्यक्ष के पास सदन में किसी भी सदस्य को असिस्टता या संसद के नियमों के उल्लंघन करने एवं संसदीय आचरण का उल्लंघन करने के कारण संसद सत्र से निलंबित किया जा सकता है तो इसके साथ ही किसी भी प्रस्ताव के पर वोटिंग के समय स्पीकर की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है इस कारण अक्सर सत्ता पक्ष या यू कहे सत्ता पक्ष की सबसे बड़ी पार्टी इसे हमेशा अपने ही पास रखने का प्रयास करती है |
Loksabha Speaker Chunav
एक अनार तीन बीमार
मोदी सरकार 3.0 में जहां बीजेपी ने महत्वपूर्ण मंत्रालय की बागडोर अपने हाथ में रखी तो एक-एक कैबिनेट मंत्री का पद जेडीयू जीडीएस टी डी पी और लोजपा को मिला पर इन सब के बाद भी शपथ ग्रहण के पूर्व यह बातें एनडीए के अंदर खानों से आ रही थी कि जेडीयू और टीडीपी दोनों ही अध्यक्ष पद की मांग कर रहे हैं हालांकि इसके बारे में ना ही जदयू न टीडीपी ने ना तो कोई प्रतिक्रिया दी और ना ही उनके नेताओं की तरफ से कोई बयान आया पर दोनों ही पार्टियों की मंशा इस पद के लिए जरूर है अब देखना यह होगा कि एनडीए की सरकार में यह पद किस पार्टी के खाते में जाता है।
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