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धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में वन्यजीवों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। तेंदुए और हाथी के हमलों ने ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। इन घटनाओं में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला और 3 साल की मासूम बच्ची की जान चली गई।
तेंदुए ने बुजुर्ग महिला को बनाया शिकार
गुरुवार की रात धमतरी जिले के मडेली गांव में तेंदुआ घर में घुसकर 70 वर्षीय सुखवती नामक महिला को उठा ले गया। महिला उस वक्त घर में सो रही थी। बाद में जंगल में उसकी आधी लाश बरामद की गई। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इस हादसे के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है।हाथी ने ली 3 साल की बच्ची की जान
नगरी क्षेत्र के अरसीकन्हार के बिलपानी गांव में एक हाथी के बच्चे ने 3 साल की बच्ची और उसकी मां को कुचलकर मार डाला। पीड़ित परिवार के सदस्य संजय कुमार ने बताया कि वह अपनी पत्नी और बच्ची के साथ झोपड़ी में सो रहे थे। रात में हाथी का बच्चा आया और अपनी सूंड से झोपड़ी का छप्पर उठाकर फेंक दिया। इसके बाद हाथी ने 3 साल की बच्ची पर हमला किया और उसे पटक-पटक कर मार डाला। घटना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथी को खदेड़ दिया। हाथी का बच्चा घायल बताया जा रहा है।ग्रामीणों में दहशत
इन घटनाओं के बाद गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से त्वरित कार्रवाई और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। वन्यजीवों के बढ़ते हमले से लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।वन विभाग की चुनौती
वन विभाग के लिए यह घटनाएं एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। वन्यजीवों के इंसानी इलाकों में आने और हमले की बढ़ती घटनाएं विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही हैं। ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करना विभाग के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए।Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
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