Jharkhand Assembly Election Result 2024 : झारखंड : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी रणनीतिक चालों से विपक्ष को चौंका दिया है। उनके पांच प्रमुख दांवों ने विरोधियों की योजनाओं को विफल कर दिया, जिससे चुनावी समीकरण बदल गए।
1. विपक्षी नेताओं को अपने पक्ष में करना: हेमंत सोरेन ने भाजपा के कई दिग्गज नेताओं को अपने पक्ष में लाकर विपक्ष की ताकत को कमजोर किया। उदाहरण के लिए, चंदनकियारी सीट पर भाजपा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के खिलाफ उन्होंने पूर्व विधायक उमाकांत रजक को अपने साथ जोड़ा, जिससे बाउरी की स्थिति कमजोर हुई।
2. गठबंधन की मजबूती: सोरेन ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन को मजबूत किया, जिससे महागठबंधन की स्थिति सुदृढ़ हुई। उन्होंने सीटों के बंटवारे पर तेजी से निर्णय लेकर चुनावी तैयारियों को गति दी।
3. संथाल परगना में विशेष ध्यान: संथाल परगना क्षेत्र, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का गढ़ माना जाता है, पर सोरेन ने विशेष ध्यान दिया। यहां उन्होंने भाजपा की सेंधमारी की कोशिशों को विफल करने के लिए मजबूत रणनीति अपनाई।
4. परिवार के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी: हेमंत सोरेन ने अपने परिवार के सदस्यों को चुनावी मैदान में उतारा, जिससे पार्टी की पकड़ मजबूत हुई। उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, भाई बसंत सोरेन और अन्य सदस्यों ने विभिन्न सीटों से चुनाव लड़ा, जिससे पार्टी को लाभ हुआ।
5. भाजपा की रणनीतियों का मुकाबला: भाजपा की ओर से चंपई सोरेन और सीता सोरेन जैसे नेताओं को शामिल करने की कोशिशों का सोरेन ने प्रभावी ढंग से मुकाबला किया। उन्होंने पार्टी के भीतर एकजुटता बनाए रखी और विरोधियों की चालों को नाकाम किया।
इन रणनीतियों के माध्यम से हेमंत सोरेन ने विपक्ष की योजनाओं को विफल किया और झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में अपनी स्थिति को मजबूत किया।
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