
Janaki Temple
Janaki Temple : पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित बिहार कैबिनेट की बैठक में पुनौराधाम, सीतामढ़ी में माता जानकी मंदिर के भव्य निर्माण के लिए 882.87 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई। यह मंदिर निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा और इसे रामायण सर्किट का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाया जाएगा। कैबिनेट की बैठक में कुल 24 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिनमें यह मंदिर निर्माण परियोजना सबसे अहम रही।
Janaki Temple : माता जानकी मंदिर निर्माण योजना के तीन प्रमुख चरण
-
पुराने मंदिर का उन्नयन (137.34 करोड़ रुपये)
-
पुनौराधाम स्थित प्राचीन मंदिर का आधुनिकीकरण और विस्तार।
-
-
पर्यटन आधारभूत संरचना का विकास (728 करोड़ रुपये)
-
मंदिर परिसर में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं, पार्किंग, गेस्ट हाउस, यात्री निवास, प्रकाश व्यवस्था, सड़कें आदि।
-
-
10 वर्षों तक रख-रखाव का प्रावधान (16.62 करोड़ रुपये)
-
मंदिर और परिसर के नियमित रखरखाव और संचालन के लिए दीर्घकालिक बजट।
-
Janaki Temple : रामायण सर्किट का होगा विस्तार, अयोध्या से जुड़ेगा पुनौराधाम
सरकार के अनुसार, पुनौराधाम को रामायण सर्किट के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यह वही स्थान है जिसे माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद अब पुनौराधाम को उससे सीधे जोड़ने की योजना है, जिससे धार्मिक पर्यटन को नई दिशा मिलेगी।
Janaki Temple : परियोजना का कार्यान्वयन मॉडल
- मंदिर निर्माण योजना EPC मॉडल (Engineering, Procurement, Construction) पर आधारित होगी।
- निविदा आमंत्रण और क्रियान्वयन का दायित्व बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम को सौंपा गया है।
Janaki Temple : धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
धार्मिक पर्यटन भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है और सरकार का यह कदम आस्था और आर्थिक विकास दोनों दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। मंदिर निर्माण से श्रद्धालुओं की आस्था को सम्मान मिलेगा और स्थानीय रोजगार और आर्थिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होगी।