गाजा में इजरायली एयरस्ट्राइक के दौरान पांच पत्रकारों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हमला उस समय हुआ जब ये पत्रकार अस्पताल के पास एक घटना की कवरेज के लिए पहुंचे थे। उनकी वैन पर अचानक मिसाइल गिरी, जिससे हुए भीषण धमाके में पांचों की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना क्षेत्र में बिगड़ते हालात और पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
कैसे हुआ हमला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पांचों पत्रकार गाजा के एक अस्पताल के पास एक महत्वपूर्ण खबर की कवरेज के लिए पहुंचे थे। उस समय इलाके में इजरायली एयरस्ट्राइक जारी थी। अचानक, उनकी वैन को निशाना बनाकर एक मिसाइल दागी गई, जिसके परिणामस्वरूप वैन पूरी तरह से नष्ट हो गई। धमाका इतना भीषण था कि पत्रकारों को बचने का कोई मौका नहीं मिला।
मारे गए पत्रकारों की पहचान
स्थानीय मीडिया के अनुसार, इन पत्रकारों की पहचान क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया से जुड़े प्रतिनिधियों के रूप में की गई है। हालांकि, अभी इनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
गंभीर सवाल और निंदा
यह हमला मीडिया की स्वतंत्रता और सुरक्षा पर गहरे सवाल खड़े करता है। अंतरराष्ट्रीय पत्रकार संगठनों और मानवाधिकार संस्थाओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि युद्ध के दौरान पत्रकारों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है।
इजरायल का पक्ष
इजरायली सेना ने अब तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, इजरायल का कहना है कि उनके हमलों का मकसद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता पैदा की है। संयुक्त राष्ट्र और कई अन्य मानवाधिकार संगठनों ने पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
गाजा में बिगड़ते हालात
गाजा में चल रहे संघर्ष के दौरान आम नागरिकों और पत्रकारों पर बढ़ते हमले क्षेत्र में बिगड़ती स्थिति को दर्शाते हैं। यह घटना पत्रकारों के खतरनाक हालात में काम करने की ओर दुनिया का ध्यान खींचती है।






