
Indore Court's decision : सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को 16 लाख का मुआवजा...
इंदौर : एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को न्याय दिलाते हुए इंदौर की अदालत ने ऑटो रिक्शा चालक को 16 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है। यह हादसा 15 मार्च 2021 को बड़वानी जिले के सेंधवा में हुआ था, जिसमें एक ऑटो रिक्शा की टक्कर से एक व्यक्ति का पैर काटना पड़ा था। अदालत ने पाया कि यह दुर्घटना चालक की लापरवाही के कारण हुई थी और टक्कर मारने वाले ऑटो का बीमा नहीं होने के कारण मुआवजा राशि चालक को ही देने का निर्देश दिया।
दुर्घटना की पूरी कहानी
घटना के दिन सेंधवा निवासी मंशाराम बरडे अपनी पत्नी काशी और रिश्तेदारों के साथ ऑटो रिक्शा में सफर कर रहे थे। चाचरिया रोड पर लापरवाही से चलाए जा रहे एक अन्य ऑटो रिक्शा ने उनके वाहन को टक्कर मार दी, जिससे रिक्शा पलट गया। इस दुर्घटना में मंशाराम का एक पैर बुरी तरह घायल हो गया और अन्य यात्रियों को भी चोटें आईं।
मंशाराम को पहले सेंधवा सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें इंदौर के एमवाय अस्पताल रेफर किया गया। बाद में इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर स्थिति के कारण उनका पैर घुटने के ऊपर से काटना पड़ा।
अदालत का फैसला
- पीड़ित ने किया मुआवजे का दावा: हादसे के बाद मंशाराम ने कोर्ट में मुआवजे के लिए याचिका दायर की थी। उन्होंने ऑटो चालक और मालिक से 15 लाख रुपये की मांग की थी।
- बीमा कंपनी नहीं पाई गई जिम्मेदार: अदालत ने पाया कि दुर्घटनाग्रस्त ऑटो का बीमा नहीं था और मोटर व्हीकल एक्ट के उल्लंघन के लिए बीमा कंपनी को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया।
- मुआवजे की राशि तय:
- मंशाराम को 15.68 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया गया।
- अन्य घायलों को 50 हजार रुपये की मुआवजा राशि देने का निर्देश दिया गया।
न्यायिक आदेश का महत्व
अदालत के इस फैसले ने एक बार फिर ट्रैफिक नियमों और वाहनों के बीमा की अनिवार्यता पर जोर दिया है। यह घटना और इसका न्यायिक परिणाम उन वाहन चालकों के लिए एक सबक है जो लापरवाही से वाहन चलाते हैं या वाहन का बीमा नहीं करवाते।
ट्रैफिक नियमों का पालन करें
यह हादसा इस बात की ओर इशारा करता है कि सड़क पर लापरवाही से वाहन चलाना कितनी गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। वाहन चालकों को न केवल अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए, बल्कि बीमा जैसे कानूनी प्रावधानों का पालन भी करना चाहिए।
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षित यातायात और नियमों का पालन ही दुर्घटनाओं से बचने का सही उपाय है।