India-China Direct Flights: आज से भारत-चीन के बीच सीधी फ्लाइट शुरू, 5 साल बाद दोनों देशों के रिश्तों में नई उड़ान, यहां देखें कोलकाता ग्वांगझोउ फ्लाइट शेड्यूल
India-China Direct Flights: नई दिल्ली/बीजिंग। India China Relation: पांच साल के लंबे अंतराल के बाद भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान सेवाएं फिर से शुरू होने जा रही हैं। इंडिगो 26 अक्टूबर यानी आज से कोलकाता और ग्वांगझोउ के बीच अपनी उड़ान सेवा की शुरुआत कर रही है। वहीं, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस 9 नवंबर से शंघाई और दिल्ली के बीच सप्ताह में तीन दिन सीधी फ्लाइट संचालित करेगी।
India-China Direct Flights: 26 अक्टूबर से कोलकाता से ग्वांगझोउ के बीच सीधी उड़ानें शुरू करेगी। इसके बाद 10 नवंबर से दिल्ली-ग्वांगझोउ रूट पर भी फ्लाइट सेवा शुरू की जाएगी। वहीं, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस 9 नवंबर से शंघाई-दिल्ली मार्ग पर उड़ानें शुरू करेगी। यह सेवा सप्ताह में तीन दिन बुधवार, शनिवार और रविवार को उपलब्ध रहेगी।
India-China Direct Flights: 2 अक्टूबर को हुई थी इसकी घोषणा
भारत ने 2 अक्टूबर को घोषणा की थी कि 26 अक्टूबर से चीन के लिए सीधी उड़ान सेवाएं दोबारा शुरू की जाएंगी। इसी के बाद इंडिगो ने बताया कि वह 26 अक्टूबर से कोलकाता-गुआंगझोउ और 10 नवंबर से दिल्ली-गुआंगझोउ रूट पर उड़ानें बहाल करेगा। वहीं, चीनी एयरलाइन चाइना ईस्टर्न ने भी कहा कि वह 9 नवंबर से शंघाई-दिल्ली उड़ानें फिर से शुरू करने जा रही है।
India-China Direct Flights: पांच साल बाद उड़ानों की पुनर्बहाली पर पूछे गए सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच हुए समझौते की नवीनतम उपलब्धि है। उन्होंने इसे भारत और चीन के 2.8 अरब से अधिक लोगों के बीच मित्रतापूर्ण संबंध और आदान-प्रदान को मजबूत करने की दिशा में सकारात्मक कदम बताया।
India-China Direct Flights: कोविड के बाद बंद हो गईं थी उड़ानें
मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी फैलने के बाद भारत ने सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया था। उसी समय चीन ने भी अपनी सीमाओं पर कड़े प्रतिबंध लागू किए, जिसके चलते भारत और चीन के बीच सीधी हवाई सेवाएं बंद हो गईं। हालांकि महामारी के बाद कई देशों के साथ उड़ानें फिर से शुरू हो गईं, लेकिन भारत-चीन के बीच ऐसा नहीं हुआ। इसकी बड़ी वजह 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प थी, जिसके बाद द्विपक्षीय संबंधों में तनाव गहराता गया और सीधी उड़ानें बहाल करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।






