India New Zealand free trade agreement: नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच आज फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर महत्वपूर्ण समझौता हो गया है। दोनों देशों के रिश्तों में एक कदम आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते के सफल और ऐतिहासिक रूप से संपन्न होने की संयुक्त घोषणा की।
India New Zealand free trade agreement: इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को दोनों देशों के लिए महत्वाकांक्षी, पारस्परिक लाभ वाला और भविष्य की दिशा तय करने वाला समझौता बताया गया। बता दें कि ओमान, ब्रिटेन, ईएफटीए देशों, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और मॉरीशस के बाद न्यूजीलैंड के साथ एफटीए, पिछले कुछ वर्ष में भारत का सातवां एफटीए है।
India New Zealand free trade agreement: भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते पर केंद्रीय व्यापार एवं निवेश मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, आज यह मुक्त व्यापार समझौता लोगों के इर्द-गिर्द व्यापार को बढ़ावा देने और हमारे किसानों, उद्यमियों, छात्रों, महिलाओं और नवप्रवर्तकों के लिए अवसर खोलने के बारे में है।
India New Zealand free trade agreement: पीयूष गोयल ने कहा, यह समझौता पैदावार और किसानों की आय को बढ़ाकर आधुनिक कृषि उत्पादकता को गति देता है। यह सुव्यवस्थित निर्यात के माध्यम से इस क्षेत्र में भारतीय व्यवसायों के लिए द्वार खोलता है और हमारे युवाओं को वैश्विक मंच पर सीखने, काम करने और आगे बढ़ने के विकल्प प्रदान करता है।
India New Zealand free trade agreement: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने सोमवार को कहा कि भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत संपन्न हो गई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि इस मुक्त व्यापार समझौते से भारत को निर्यात होने वाले हमारे 95 प्रतिशत उत्पादों पर शुल्क कम हो जाएगा या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। यह अनुमान लगाया गया है कि आने वाले दो दशकों में न्यूजीलैंड से भारत को प्रति वर्ष होने वाला निर्यात 1.1 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर हो सकता है।
India New Zealand free trade agreement: लक्सन ने कहा कि ने कहा, मैंने न्यूजीलैंड-भारत मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत संपन्न होने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अभी बात की है। प्रधानमंत्री लक्सन ने कहा, यह समझौता दोनों देशों की मजबूत मित्रता पर आधारित है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और इससे न्यूजीलैंड के व्यवसायों को 1.4 अरब भारतीय उपभोक्ताओं तक पहुंचने का अवसर मिलता है।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.






