IIGF 2025
IIGF 2025: नई दिल्ली: दिल्ली के इंडिया हैबिटैट सेंटर और इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम (IIGF-2025) का पांचवां संस्करण शुक्रवार को सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। दो दिनों तक चले इस प्रमुख डिजिटल सम्मेलन में केंद्र सरकार, वैश्विक टेक कंपनियों, विश्वविद्यालयों, नागरिक संगठनों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी का उद्देश्य भारत के लिए एक ऐसा इंटरनेट इकोसिस्टम विकसित करने पर विचार करना था, जो खुला, भरोसेमंद और सबको जोड़ने वाला हो।
IIGF 2025: IIGF, संयुक्त राष्ट्र इंटरनेट गवर्नेंस फोरम का भारतीय रूप है जिसे 2021 में स्थापित किया गया था। 14 सदस्यीय समिति इसके संचालन और दिशा को तय करती है। इस वर्ष फोरम का थीम “एडवांसिंग इंटरनेट गवर्नेंस फॉर एन इनक्लूसिव एंड सस्टेनेबल विकसित भारत” रखा गया। इसी के तहत इनक्लूसिव डिजिटल फ्यूचर, सस्टेनेबल डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और जिम्मेदार एआई जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई। पैनल और वर्कशॉप में ग्रामीण कनेक्टिविटी, ओपन डिजिटल सिस्टम, साइबर सुरक्षा, डेटा संरक्षण, कंटेंट मॉडरेशन और एआई से जुड़े जोखिमों पर विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में कुल 4 पैनल चर्चाएँ और 12 वर्कशॉप आयोजित की गईं।
IIGF 2025: उद्घाटन सत्र में आईटी राज्यमंत्री जितिन प्रसादा ने कहा कि सुरक्षित और किफायती इंटरनेट सुनिश्चित करना सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने 5G विस्तार, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डेटा प्रोटेक्शन कानून को भारत की प्रमुख उपलब्धियों के रूप में रेखांकित किया। MeitY के संयुक्त सचिव सुशील पाल ने तकनीकी प्रगति के साथ-साथ साइबर खतरों और गलत सूचना से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि NIXI के सीईओ देवेश त्यागी ने मल्टी-स्टेकहोल्डर मॉडल को IIGF की सबसे बड़ी ताकत बताया।
IIGF 2025: दो दिवसीय चर्चा का निष्कर्ष यही रहा कि सभी नागरिकों तक सस्ता, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण इंटरनेट पहुंचाना समय की मांग है। फोरम इस प्रतिबद्धता के साथ समाप्त हुआ कि भारत एक जिम्मेदार और समावेशी डिजिटल भविष्य की दिशा में अग्रसर रहेगा।
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