एशियन न्यूज़ स्पेशल डेस्क। कितना कमाते हैं परमाणु वैज्ञानिक : वर्त्तमान समय में दुनिया के जिन नौ देशों के पास परमाणु बम है। इनमें भारत, चीन, पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, उत्तर कोरिया और इजराइल शामिल हैं। अमेरिका को छोड़कर किसी देश ने अब तक जंग में परमाणु बमों का इस्तेमाल नहीं किया है।
दुनिया के सबसे घातक हथियारों में से एक परमाणु बम के बारे में भला कौन नहीं जानता ? इस खतरनाक बम का प्रयोग दुनिया में भले ही एक बार ही हुआ हो, लेकिन परमाणु बम की दहशत आज तक कायम है। वैसे तो परमाणु बम बनाना काफी मुश्किल है और अभी तक केवल दुनिया के नौ देश ही ऐसा कर पाए हैं।
कितना कमाते हैं परमाणु वैज्ञानिक : किसने बनाया परमाणु बम
दरअसल परमाणु बम का आविष्कार जे रॉबर्ड ओपनहाइमर ने अमेरिका के मैनहट्टन प्रोजेक्ट के अंतर्गत किया गया था। इस बम का प्रयोग अमेरिका ने जापान के खिलाफ दूसरे विश्व युद्ध के दौरान किया था।
परमाणु बम बनाने का काम काफी मुश्किल भरा होता है और यह बहुत ही सीक्रेट प्रोजेक्ट होता है। इसे बनाने वाले वैज्ञानिकों को मोटी सैलरी और कई सुविधाएं दी जाती हैं।
कितना कमाते हैं परमाणु वैज्ञानिक : जानिए सैलरी
एक परमाणु वैज्ञानिक का शुरुआती वेतन करीब 20 लाख रुपये सालाना होता है। भविष्य में अनुभव के साथ उनकी सैलरी बढ़ती जाती है, जो प्रति वर्ष 24 लाख रुपये से 40 लाख रुपये तक पहुंच जाती है।
सैलरी के लावा और क्या -क्या है मिलता
परमाणु वैज्ञानिकों की सुरक्षा और उनकी अन्य सुविधाओं की देखरेख सरकार खुद करती है। इन वैज्ञानिकों को कई तरह के भत्ते भी दिए जाते हैं। परमाणु बम बनाना बहुत ही मुश्किल और सीक्रेट वाला काम होता है। इसका फार्मूला नाभिकीय विखंडन पर आधारित होता है। ऐसे में जरा सी चूक किसी भी देश का बड़ा नुकसान कर सकती है।
परमाणु वैज्ञानिकों की सुरक्षा और उनकी अन्य सुविधाओं की देखरेख सरकार खुद करती है। इन वैज्ञानिकों को कई तरह के भत्ते भी दिए जाते हैं। परमाणु बम बनाना बहुत ही मुश्किल और सीक्रेट वाला काम होता है। इसका फार्मूला नाभिकीय विखंडन पर आधारित होता है। ऐसे में जरा सी चूक किसी भी देश का बड़ा नुकसान कर सकती है।
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