
सरकार की मनरेगा योजना चढ़ी भ्रस्टाचार की भेंट
चंदौली, मिथिलेश सिंह
खबर यूपी के जनपद चंदौली से है….. एक तरफ केन्द्र की मोदी सरकार व प्रदेश की योगी सरकार गांवों के विकास के लिए निरन्तर प्रयासरत दिखाई दे रही है। सरकार गांवों के विकास के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर रही है ताकि गाँव में निवास करने वाली गरीब जनता को विकास के मुख्य धारा से जोडा जा सके। लेकिन कुछ भ्रस्ट सरकारी नुमाइंदे सरकार की मंशा को पलीता लगा रहे हैं।
दरअसल पूरा मामला शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत आने वाले भोड़सर गाँव है। जहाँ प्रधान और सेक्रेटरी के द्वारा मनरेगा योजना में जमकर लूटपाट किया जा रहा है। मनरेगा में कम लेबरों से काम कराकर, मस्टररोल में दोगुने लेबर दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे हैं। भोड़सर गाँव में मजदूरों के जरिये सड़क के पटरी का मरम्मत कराया जा रहा है।
जब पत्रकारों की टीम गांव में हो रहे काम का स्थलीय सत्यापन करने पहुँची तो मौके पर 20 लेबर काम करते पाये गए। जबकि मस्टररोल 79 लेबरों का डेली भरा जा रहा था। इस बारे में जब महिला मेठ से बात की गई तो महिला मेठ ने बताया कि मस्टररोल प्रधान जी अपने घर ले जाकर भरते हैं।
जब मनरेगा में हो रहे भ्रस्टाचार के बारे में एपियो संदीप से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि शिकायत मेरे संज्ञान में है। मेरे द्वारा मामले में जाँच किया जायेगा अगर शिकायत सही पायी जाती है तो मस्टररोल जीरो किया जाएगा। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि मामला एपियो साहब के संज्ञान में आने के बाद दोषियो के खिलाफ कार्यवाही होती है या पूर्व की तरह मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है