
Gaurela-Pendra-Marwahi : सर्दी का सितम, सरकारी स्कूल के बच्चे ठंड में पढ़ाई को मजबूर...
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: जिले में सर्दी अपने चरम पर है, जहां पारा 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। कड़ाके की ठंड के बीच लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेकर राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, स्कूली बच्चे ठिठुरन भरी ठंड में धूप का सहारा लेकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
सरकारी स्कूल के बच्चों को ज्यादा मुश्किलें
इस सर्द मौसम में सबसे अधिक दिक्कतें सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब वर्ग के बच्चों को हो रही हैं।
- स्कूली ड्रेस के अलावा स्वेटर नहीं: इन बच्चों को सरकार से स्कूल ड्रेस तो मिली है, लेकिन ठंड से बचने के लिए स्वेटर नहीं।
- ठिठुरते हुए पढ़ाई: ठंड के बावजूद बच्चे शिक्षा के महत्व को समझते हुए स्कूल आ रहे हैं और कंपकंपाती ठंड में पढ़ाई कर रहे हैं।
सामाजिक संगठनों का प्रयास
स्थानीय सामाजिक संगठनों ने बच्चों को गर्म कपड़े वितरित कर राहत पहुंचाने की कोशिश की है, लेकिन अब भी बड़ी संख्या में बच्चे ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं।
टीचर्स का समाधान
स्कूल के शिक्षक बच्चों को धूप में बैठाकर पढ़ाई कराकर ठंड से राहत देने की कोशिश कर रहे हैं।
- यह उपाय बच्चों को कुछ हद तक आराम तो दे रहा है, लेकिन कड़ाके की ठंड का असर कम नहीं हो रहा।
ठंड से पूरे क्षेत्र में परेशानी
- दिन और रात दोनों समय कड़ाके की ठंड का असर है।
- शीतलहर के कारण लोग ठिठुरन महसूस कर रहे हैं और अपने-अपने स्तर पर ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशासन और सरकार को चाहिए कि ठंड के इस मौसम में स्कूली बच्चों के लिए स्वेटर और अन्य गर्म कपड़ों की व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि शिक्षा की राह में ठंड बाधा न बने।
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