महासमुंद : महासमुंद जिले के ग्राम पंचायत घोड़ारी में महतारी वंदन योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां ग्राम पंचायत सचिव ने गलत जानकारी देकर अपनी पत्नी, जो कि एक शिक्षिका हैं, के नाम पर पिछले दस महीनों से योजना का लाभ लिया। मामले का खुलासा होने पर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की और सचिव रमाकांत गोस्वामी और उनकी पत्नी श्रीमती नीलम गोस्वामी, जो कि शासकीय स्कूल में प्रधान पाठक के पद पर कार्यरत हैं, दोनों को निलंबित कर दिया।
महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने कोतवाली थाना में शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इस मामले में पता चला कि सचिव ने अपनी पत्नी का नाम योजना में पंजीकरण के दौरान गलत तरीके से दिया और उन्हें पिछले दस माह से एक हजार रुपये का लाभ मिल रहा था।
महतारी वंदन योजना के तहत फर्जीवाड़े की यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सचिव पर आरोप लगाए, वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए इस मामले को लेकर सवाल उठाए।
महासमुंद जिले में अब तक कुल 3,23,363 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनकी जांच की जा रही है। विभाग का कहना है कि इस मामले में और भी फर्जीवाड़े सामने आ सकते हैं यदि सूक्ष्मता से जांच की जाए। यह छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना में फर्जीवाड़े का दूसरा बड़ा मामला है।
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