
US President Donald Trump : शपथ ग्रहण से पहले ट्रंप को कोर्ट से बड़ा झटका......
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को एक ऐतिहासिक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर अंग्रेजी को संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक भाषा घोषित कर दिया। यह कदम ट्रम्प के चुनावी वादे को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना और साझा मूल्यों को मजबूत करना बताया गया है।
बिल क्लिंटन की नीति रद्द, अब स्वैच्छिक होगी भाषा सहायता
इस आदेश के साथ, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन द्वारा लागू की गई उस नीति को निरस्त कर दिया गया है, जिसके तहत सरकारी एजेंसियों और संघीय फंडिंग प्राप्त करने वाले संगठनों को गैर-अंग्रेजी बोलने वालों के लिए भाषा सहायता प्रदान करना अनिवार्य था। नए नियमों के तहत, ऐसी सेवाएं अब स्वैच्छिक होंगी, जिससे एजेंसियों को अपनी मर्जी से निर्णय लेने की छूट मिलेगी।
“एक भाषा, एक समाज” – ट्रम्प का दृष्टिकोण
आदेश में कहा गया है, “एक राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित भाषा एक एकजुट और समग्र समाज के मूल में होती है। संयुक्त राज्य अमेरिका एक ऐसे नागरिक समाज से सशक्त होता है जो एक साझा भाषा में विचारों का मुक्त आदान-प्रदान कर सकता है।” इसमें आगे जोड़ा गया कि अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा बनाने से संचार सरल होगा, राष्ट्रीय मूल्य मजबूत होंगे और एक अधिक एकजुट समाज का निर्माण होगा।
30 से अधिक राज्यों ने पहले ही अपनाई अंग्रेजी
यह नीति उन कानून निर्माताओं के दशकों पुराने प्रयासों का परिणाम है, जो अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा बनाने की वकालत करते रहे हैं। वर्तमान में, अमेरिका के 30 से अधिक राज्यों ने अंग्रेजी को अपनी आधिकारिक भाषा घोषित किया हुआ है। 2022 की यूएस जनगणना के अनुसार, 1980 के बाद से गैर-अंग्रेजी भाषा बोलने वालों की संख्या तीन गुना से अधिक बढ़ी है, और अब हर दसवें अमेरिकी घर में कोई न कोई दूसरी भाषा बोली जाती है।
आलोचकों ने जताई चिंता, आप्रवासी समुदाय पर असर की आशंका
इस फैसले की आलोचना भी शुरू हो गई है। यूनाइटेड लैटिन अमेरिकन सिटिजन्स लीग के अध्यक्ष रोमन पालोमरेस ने कहा, “हमारे संस्थापक पिताओं ने पहले संशोधन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को केवल एक भाषा तक सीमित नहीं किया था। उन्होंने एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना की थी जहां विविधता उसकी ताकत हो। यह आदेश उस दृष्टिकोण के खिलाफ है।” आलोचकों का मानना है कि यह नीति आप्रवासी समुदायों को नुकसान पहुंचा सकती है।
ट्रम्प का पुराना रुख, स्पेनिश वेबसाइट फिर हटी
ट्रम्प की भाषा नीति को लेकर स्थिति पहले से ही स्पष्ट रही है। उनके पहले कार्यकाल में व्हाइट हाउस की स्पेनिश भाषा वेबसाइट हटा दी गई थी, जिसे जो बाइडन ने बहाल किया था। पुन: चुनाव के बाद यह साइट फिर से हटा दी गई है, और इसके भविष्य को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.