CG News : शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में 20,000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में बड़ी छापेमारी की। ईडी की टीम ने पूर्व मंत्री कावासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू और लखमा के करीबी सुशील देवांगन समेत कई लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई की।
इस छापेमारी के दौरान, ईडी की टीम ने रायपुर स्थित आबकारी मंत्री कावासी लखमा के आवास पर भी पहुंचकर घंटों पूछताछ की और कई दस्तावेजों की तलाशी ली। वहीं, ईडी की अन्य टीमों ने धरमपुरा और सुशील ओझा के घर पर भी छापेमारी की। सुशील ओझा पीसीसी के प्रदेश प्रतिनिधि हैं, जिनके घर से दस्तावेजों की जांच की गई।
ईडी की कार्रवाई के बाद कावासी लखमा ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि वह अनपढ़ हैं और अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। उन्होंने कहा, “मुझे इस घोटाले के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ईडी की टीम मेरे घर से एक कागज का टुकड़ा भी नहीं मिला।” लखमा ने यह भी आरोप लगाया कि घोटाले का मास्टरमाइंड एपी त्रिपाठी है।
वहीं, भाजपा ने ईडी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि साक्ष्य के आधार पर ही जांच चल रही है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पलटवार करते हुए कहा कि यह राजनीति से प्रेरित नहीं है और शराब घोटाले की जांच लंबी चली आ रही है। उन्होंने कावासी लखमा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एजेंसी इस पर विचार करेगी।
ईडी की छापेमारी से संबंधित दस्तावेजों की जानकारी फिलहाल नहीं मिल पाई है, और सभी की नजर अब इस पर टिकी है कि ईडी की आगे की कार्रवाई किस दिशा में होगी।
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