बिटिया दिवस 2024 यानि ओ…री चिरैया : अंगना में फिर आना रे…..

दिल्ली। बिटिया दिवस 2024 यानि ओ

दिल्ली। बिटिया दिवस 2024 यानि ओ ….. री चिरैया : अंगना में फिर आना रे …….. 22 सितम्बर को बिटिया दिवस के रूप में मनाया जाता है। तो कुछ लोग इसे इंटरनेशन डॉटर्स डे के रूप में भी मानते हैं। घर उस दिन स्वर्ग बन जाता है जब घर के आँगन में बेटी की किलकारियां गूंजती हैं।

नन्हीं सी चिरैया की छोटी -छोटी मांगें हमारी गृहस्थी का हिस्सा बनती हैं। फिर वही चिरैया एक दिन बड़ी हो जाती है और फिर हम उसे एक सुपात्र और सुन्दर से दामाद के साथ धूमधाम से विदा कर देते हैं …….. यही हमारे समाज की रीति है जो हमेशा से चलती आ रही है।

बिटिया दिवस 2024 यानि ओ ….. री चिरैया : अंगना में फिर आना रे

22 सितंबर को डॉटर दिवस मतलब बिटिया का दिवस मनाया जाता है। दुनिया भर 22 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय बिटिया दिवस मनाया जाना है भारत में भी 22 सितंबर रविवार को बिटिया दिवस डॉटर्स डे मनाया जाएगा।माता-पिता अपने बेटीयो के बीच रिश्ते का सम्मान करने के लिए बिटिया दिवस मनाया जाता है।

क्यों मनाया जाता है बिटिया दिवस:

भारत में यह महत्वपूर्ण दिन होता है परिवार की बेटियों के लिए बेटियों के प्रति प्रेम सम्मान और बेटियों के महत्व को दर्शाता है। बेटियों के ही अच्छे संस्कार होने से वह अच्छे बहू बनती है जिससे एक का ही नहीं दो-दो परिवारों का मान सम्मान बढ़ जाता है।

बेटियां अगर शिक्षित होती है तो वह 2 कुलो को शिक्षित करती है। कहीं बेटियों को लक्ष्मी माना जाता है तो कहीं बेटी को आदिशक्ति का रूप माना जाता है। बेटियों के रहने से ही घर आंगन में खुशियां रहती है।

See also  Jammu and Kashmir assembly elections : BJP ने 15 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट की जारी

आखिर कब मनाया जाता है बिटिया दिवस:

सितंबर के चौथे रविवार को बिटिया दिवस के रूप में मनाया जाता है। बेटियों को नहीं मिला था मान सम्मान और शिक्षित होने का हक: भारत में पहले के समय में बेटियों को पढ़ने का हक ही नहीं था। चूल्हे चौकी और बाल बच्चों तक सीमेंट के रह जाती थी।

माता सावित्रीबाई फुले और बाबा साहब के संविधान के कारण बेटियों को पढ़ने का हक मिला है। पर आज के इस दौर में अगर बेटियां ना पड़े तो पूरी पीढ़ीअशिक्षित हो जाता है बेटियां पड़ेगी तो विकास गढ़ेगी इसी नारे के साथ बेटियों को आगे पढ़ने की कोशिश की गई।

डॉटर्स डे का इतिहास: साल 2007 में डॉटर दिवस मनाने की शुरुआत की गई। दुनिया में अनेक देश है बेटों को ज्यादा अहमियत दे जाती है बेटियों की अपेक्षा। इसे खत्म करके बेटी को एक बराबर स्थान दिलाने के लिए आज ही के दिन से इस दिन की शुरुआत की गई। बेटियों की पैदा होने पर जश्न के तौर पर मनाने के लिए 22 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस डॉटर दिवस मनाया जाता है।

Share this news

Discover more from ASIAN NEWS BHARAT

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

Subscribe and Follow Us:
दिल्ली की हवा फिर से हुई जहरीली दिल्ली में वायु गुणवत्ता बेहद खराब, प्रदूषण संकट गहराया।