बीजापुर: राज्य में नक्सल उन्मूलन और पुनर्वास अभियान अपनी सफलता के नए अध्याय लिख रहा है। हाल ही में 20 लाख रुपये के इनामी नक्सली दंपती ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। इस दंपती में मोस्ट वांटेड नक्सली डीवीसीएम दिनेश मोडियम और उनकी पत्नी, जो सीएनएम की अध्यक्ष थीं, शामिल हैं। दोनों ने कई बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार, नक्सली संगठन की विचारधारा से मोहभंग, संगठन के भीतर बढ़ते मतभेद और निरंतर निराशा ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। आत्मसमर्पण के बाद दोनों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर शांतिपूर्ण जीवन जीने की इच्छा जताई। यह घटना छत्तीसगढ़ सरकार के पुनर्वास कार्यक्रम की प्रभावशीलता को दर्शाती है, जो नक्सलियों को समाज में पुनर्स्थापित करने के लिए संचालित है।
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