
CG News : दुर्ग। जिले में एक अनोखा चोर पुलिस के हत्थे चढ़ा, जिसने बीमारी से त्रस्त होने और भगवान पर भरोसा टूटने के बाद मंदिरों की दानपेटियों को निशाना बनाया। यशवंत उपाध्याय नामक इस शातिर चोर ने जिले के करीब 10 मंदिरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। उसकी चतुराई भरी चालबाजी और गलियों से भागने की रणनीति के बावजूद, जागरूक नागरिकों के सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
CG News : पुलिस के अनुसार, दुर्ग निवासी यशवंत उपाध्याय कई वर्षों से गंभीर बीमारी से पीड़ित था। बीमारी के इलाज और मानसिक तनाव के कारण उसका भगवान पर भरोसा टूट गया था। इसी नाराजगी में उसने मंदिरों की दानपेटियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। उसने दुर्ग जिले के नेवई, सुपेला, पद्मनाभपुर, भिलाई भट्ठी और भिलाई नगर थाना क्षेत्रों में कम से कम 10 मंदिरों में चोरी की। यशवंत ने चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए सुनियोजित तरीका अपनाया।
CG News : वह पहले मंदिर की रेकी करता, फिर अगले दिन अपनी जूपीटर गाड़ी से मंदिर के पास पहुंचता और गाड़ी को कुछ दूरी पर खड़ा कर देता। इसके बाद कपड़े बदलकर पैदल मंदिर जाता और ताला तोड़कर दानपेटी से पैसे चुरा लेता। चोरी के बाद वह फिर से कपड़े बदलकर गलियों-मोहल्लों के रास्ते भाग जाता, ताकि सीसीटीवी में उसकी पहचान न हो सके। यशवंत की चालाकी लंबे समय तक पुलिस को चकमा देती रही, लेकिन जागरूक नागरिकों द्वारा घरों और दुकानों में लगाए गए हाई-क्वालिटी सीसीटीवी कैमरों ने आखिरकार उसकी पहचान उजागर कर दी।
CG News : पुलिस ने इन फुटेज की मदद से यशवंत को ट्रैक किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यशवंत का आपराधिक इतिहास पुराना है। वर्ष 2011-12 में वह मारपीट के एक मामले में जेल जा चुका है। जेल में उसकी मुलाकात चोरी के अन्य अपराधियों से हुई, जिसके बाद उसका रुझान चोरी की ओर बढ़ा। 2012 में जेल से छूटने के बाद उसने मंदिरों में चोरी शुरू कर दी थी। उसने नेवई (2 मामले), सुपेला (3 मामले), पद्मनाभपुर (1 मामला), भिलाई भट्ठी (2 मामले) और भिलाई नगर (1 मामला) सहित कई थाना क्षेत्रों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया।