
CG News : अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के टीरंग गांव में शनिवार रात दंतैल हाथी ने कहर बरपाया। लुण्ड्रा से सीतापुर वन परिक्षेत्र में घुसे इस हाथी ने 60 वर्षीय वृद्ध डेचका राम पैकरा को कुचलकर मार डाला। रात के अंधेरे में डेचका राम हाथी को नहीं देख सके और उसके करीब पहुंच गए, जिसके बाद हाथी ने उन्हें उठाकर पटक दिया। इस घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
CG News : जानकारी के अनुसार, हाथी के टीरंग गांव में घुसने से रातभर अफरा-तफरी का माहौल रहा। ग्रामीणों ने एकजुट होकर हिम्मत दिखाई और देर रात तक कड़ी मेहनत कर हाथी को जशपुर की ओर खदेड़ दिया। इसके बावजूद, हाथी के वापस लौटने की आशंका से गांव में रातभर निगरानी रखी गई। ग्रामीणों ने बताया कि इसी दंतैल हाथी ने एक दिन पहले बतौली क्षेत्र के मानपुर में जयनाथ नगेशिया के मकान को तहस-नहस कर दिया था। वहां से खदेड़े जाने के बाद यह टीरंग पहुंच गया था।
CG News : रविवार सुबह एक अन्य हाथी मानपुर के खोखरो बहरा जंगल में देखा गया, जिसके चलते टीरंग, बांसाझाल, आमापानी, घोघरा और आसपास के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरगुजा में इस समय 16 हाथी विचरण कर रहे हैं, जिनमें मैनपाट में 13, लुण्ड्रा में 3 और सीतापुर में 1 हाथी मौजूद है। चार दिन पहले लुण्ड्रा में 20 हाथियों का दल राजपुर वन परिक्षेत्र में चला गया था।
CG News : वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल-
वन विभाग का दावा है कि वह हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहा है, लेकिन लगातार हो रहे हमले और मौतें इन दावों की पोल खोल रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की लचर व्यवस्था और समय पर कार्रवाई न होने के कारण वे हर पल खतरे में जी रहे हैं। इस ताजा घटना के बाद वन विभाग ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलवाया, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ है।
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