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CG News : रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो नन की गिरफ्तारी ने सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है। सिस्टर वंदना फ्रांसिस और सिस्टर प्रीति की गिरफ्तारी पर सीरो-मालाबार चर्च ने इसे अल्पसंख्यकों पर हमला करार दिया है, वहीं बजरंग दल जैसे संगठनों ने जबरन धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप लगाए हैं।
CG News : दुर्ग रेलवे स्टेशन पर ननों की गिरफ्तारी
बता दें कि शुक्रवार, 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर केरल की दो नन, सिस्टर वंदना फ्रांसिस और सिस्टर प्रीति, को पुलिस ने हिरासत में लिया। दोनों पर जबरन धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस के अनुसार, नन तीन जनजातीय युवतियों को आगरा ले जा रही थीं, जहां उन्हें नौकरी और पढ़ाई का लालच दिया गया था। गिरफ्तारी के बाद दोनों नन को जेल भेज दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं किया गया है।
CG News : सीरो-मालाबार चर्च का विरोध
सीरो-मालाबार चर्च ने इस गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है। चर्च का कहना है कि दोनों नन ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय से हैं और तीन युवतियों को आगरा के फातिमा अस्पताल में नौकरी के लिए ले जा रही थीं। चर्च के प्रवक्ता ने दावा किया कि ननों के पास यात्रा और नौकरी से संबंधित सभी वैध दस्तावेज थे। इसके बावजूद, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन पर हंगामा किया और धर्मांतरण के आरोप लगाए। चर्च ने इसे अल्पसंख्यक समुदाय पर सुनियोजित हमला करार देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
CG News : केरल सीएम की पीएम से अपील
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस मामले में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि सिस्टर वंदना और सिस्टर प्रीति अपने कॉन्वेंट में नौकरी के लिए आई युवतियों को लेने दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंची थीं। विजयन ने पत्र में लिखा, “यह घटना धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है। ननों के रिश्तेदारों को उनसे संपर्क करने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जो चिंताजनक है।” उन्होंने प्रधानमंत्री से पारदर्शी और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।