CG News: मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना फिर से शुरू, सीएम साय ने भारत गौरव ट्रेन को दिखाई हरी झंडी...
रायपुर। CG News: छह साल के लंबे अंतराल के बाद छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना ने एक बार फिर गति पकड़ ली है। गुरुवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर रेलवे स्टेशन से भारत गौरव ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस विशेष ट्रेन में राज्य के 800 तीर्थयात्री उंकुरई, तिरुपति और रामेश्वरम जैसे पवित्र स्थलों के दर्शन के लिए रवाना हुए। यात्रियों के लिए भोजन, पेयजल और चिकित्सा सुविधाओं की पूरी व्यवस्था की गई है। इस मौके पर सीएम साय ने यात्रियों की सुखद और सुरक्षित यात्रा की कामना की।
CG News: छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक क्षण – सीएम साय
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम साय ने इस अवसर को छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “हम मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को पुनः शुरू कर रहे हैं। यह योजना पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में शुरू हुई थी, लेकिन बाद में बंद हो गई थी। अब हम इसे फिर से शुरू कर अपने वादे को पूरा कर रहे हैं। यह योजना धार्मिक आस्था को बढ़ावा देने के साथ-साथ बुजुर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी तीर्थ दर्शन का अवसर प्रदान करेगी।” उन्होंने इसे ‘मोदी की गारंटी’ का एक और पूरा हुआ वादा भी बताया।
CG News: सर्वसुविधा युक्त ट्रेन, 20 अधिकारियों की टीम साथ
भारत गौरव ट्रेन को यात्रियों के लिए पूरी तरह सुविधाजनक बनाया गया है। खाने-पीने से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं तक का ध्यान रखा गया है। तीर्थयात्रियों की देखभाल के लिए 20 अधिकारियों की टीम भी साथ भेजी गई है। सीएम साय ने कहा कि रामलला दर्शन योजना के तहत भी 22,000 से अधिक लोगों को अयोध्या दर्शन कराया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि हर बुजुर्ग को अपनी तीर्थ यात्रा की इच्छा पूरी करने का अवसर मिले, चाहे उसकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो।
CG News: यात्रियों में जबरदस्त उत्साह, सरकार को दिया धन्यवाद
तीर्थ यात्रा पर रवाना हो रहे श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। कई यात्रियों ने इस योजना को फिर से शुरू करने के लिए साय सरकार की सराहना की। एक यात्री ने कहा, “हमारे लिए यह सपना सच होने जैसा है। सरकार ने हमें यह अवसर देकर बहुत बड़ा उपकार किया है।” आने वाले दिनों में इस योजना के तहत और भी तीर्थयात्रियों को पवित्र स्थलों के दर्शन का अवसर मिलेगा, जिससे छत्तीसगढ़ में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।






