रायपुर : CG DMF Scam Case : छत्तीसगढ़ में जिला खनिज निधि (DMF) घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। उदगम सेवा समिति नामक एनजीओ के संचालक मनोज कुमार द्विवेदी को ED ने गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने DMF ठेके दिलाने के नाम पर अन्य ठेकेदारों से लगभग 11 से 12 करोड़ रुपये रानू साहू और माया वारियर को दिए और खुद 7 से 8 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।
PMLA के तहत गिरफ्तारी
ED ने मनोज कुमार द्विवेदी को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की धारा 50 के तहत तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्हें देर शाम ED की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें 4 दिन की कस्टोडियल रिमांड पर ED को सौंप दिया।
घोटाले में और गिरफ्तारियां संभव
इससे पहले, ED ने DMF घोटाले के संबंध में कई स्थानों पर छापेमारी की थी और 2.32 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। ED की जांच में यह भी सामने आया कि ठेकेदारों ने अधिकारियों को अनुबंध मूल्य का 25% से 40% तक कमीशन या रिश्वत के तौर पर भुगतान किया था।
अधिकारी भी संदिग्ध
इस मामले में रानू साहू और माया वारियर जैसे प्रमुख आरोपी भी शामिल हैं। ED की जांच में इन लोगों के लिंक और गतिविधियों की भी गहनता से जांच की जा रही है।
संज्ञान में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, और ED इस मामले की पूरी तरह से जांच कर रही है।