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छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान अवैध धान तस्करी और कोचियों की सक्रियता बढ़ गई है। सरकार द्वारा प्रति क्विंटल 3100 रुपए की दर से धान की खरीदी हो रही है, जिससे तस्करों और कोचियों ने इस योजना का दुरुपयोग करते हुए पड़ोसी राज्यों से अवैध धान लाकर समर्थन मूल्य में खपाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
तस्करी के खिलाफ कार्रवाई
प्रदेश में प्रशासन ने तस्करी रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।- अब तक की कार्रवाई:
- कुल 2097 क्विंटल अवैध धान जब्त।
- जब्त धान की कीमत लगभग 65 लाख रुपए।
- 8 वाहन और 27 प्रकरण दर्ज।
तस्करी के तरीके और घटनाएं
- चिचोला चेकपोस्ट:
- गढ़चिरौली, महाराष्ट्र से नवापारा राजिम लाया जा रहा 369 कट्टा धान (लगभग 150 क्विंटल) ट्रक में पकड़ा गया।
- डोंगरगढ़ ब्लॉक:
- ग्राम तुमसर, महाराष्ट्र से धमतरी ले जाया जा रहा 307 क्विंटल अवैध धान जब्त।
कोचियों की सक्रियता और पर्चा खेल
कोचिए भी तस्करी में सक्रिय हैं और किसानों के पर्चे का दुरुपयोग कर समर्थन मूल्य में धान खपाने की कोशिश कर रहे हैं।- कार्रवाई:
- अब तक 16 कोचियों पर कार्रवाई।
- 970 क्विंटल धान कोचियों के पास से जब्त।
- दस्तावेज और पर्चा-पट्टा न होने पर मंडी अधिनियम के तहत मामले दर्ज।
प्रशासन की सख्ती और कदम
राज्य सरकार ने तस्करी रोकने के लिए विशेष टीमें और चेकपोस्ट बनाए हैं।- राजनांदगांव जिला खाद्य अधिकारी रविंद्र सोनी:
- अब तक 27 प्रकरण दर्ज।
- 616 क्विंटल अवैध धान पड़ोसी राज्यों से जब्त।
- कार्रवाई सतत जारी है।
- निगरानी और कार्रवाई:
- तस्करों और कोचियों पर सतत निगरानी रखी जा रही है।
- नियमित दबिश देकर अवैध धान पर कार्रवाई जारी।
धान तस्करी पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई ने अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाई है। लेकिन तस्करों और कोचियों की बढ़ती सक्रियता के चलते राज्य सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती बनी हुई है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान इस प्रकार की सख्ती किसानों और सरकार, दोनों के हित में है।
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