Bihar Assembly Elections: बिहार में पहले चरण के 33 उम्मीदवारों पर हत्या का आरोप, RJD के 60, BJP के 56% उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस, यहां देखें रिपोर्ट कार्ड
Bihar Assembly Elections: पटना। बिहार विधानसभा के पहले चरण का चुनाव 6 नवंबर को होना है। पहले चरण का चुनाव लड़ रहे 1 हजार 314 उम्मीदवारों में से 27% गंभीर आपराधिक मामलों के आरोपी हैं। CPM के 100%, CPI के 80%, भाकपा माले के 64%, राजद के 60% और बीजेपी के 56% उम्मीदवारों पर गंभीर मामले दर्ज हैं।
Bihar Assembly Elections: एडीआर-बिहार इलेक्शन वाच ने ये रिपार्ट जारी की है। ये रिपोर्ट 1314 में से 1303 उम्मीदवारों के शपथपत्र पर आधारित है। पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों के लिए चुनाव होना है। 1303 में से 423 यानी 32% उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
Bihar Assembly Elections: रिपोर्ट के अनुसार 354 (27%) उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। 33 उम्मीदवारों पर हत्या, 86 पर हत्या की कोशिश और 42 उम्मीदवारों पर महिलाओं पर अत्याचार से जुड़े मामले दर्ज हैं। 2 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर रेप से जुड़े मामले का भी जिक्र किया है।
Bihar Assembly Elections: कांग्रेस के 52%, जदयू के 26% प्रत्याशी पर गंभीर केस
रिपोर्ट के मुताबिक जनसुराज के 114 में 49 (43%), बसपा के 89 में 16 (18%), राजद के 70 में 42 (60%), जदयू के 57 में 15 (26%), भाजपा के 48 में 27 (56%), आप के 44 में 9 (20%), कांग्रेस के 23 में 12 (52%), भाकपा माले के 14 में 9 (64%), लोजपा (आर) के 13 में 5 (38%), सीपीआई के 5 में से 4 (80%) और सीपीएम के 3 में 3 (100%) उम्मीदवारों पर गंभीर धाराओं में मुकदमे हैं।
Bihar Assembly Elections: भाजपा-कांग्रेस के 65% उम्मीदवारों पर मुकदमे
जनसुराज के 114 में 50 (44%), बसपा के 89 मे 18 (20%), राजद के 70 में 53 (76%), जदयू के 57 में 22 (39%), भाजपा के 48 में 31 (65%), आप के 44 में 12 (27%), कांग्रेस के 23 में 15 (65%) भाकपा माले के 14 में 13 (93%), लोजपा (आर.) के 13 में 7 (54%), सीपीआई के 5 में 5 (100%) और सीपीएम के 3 में 3 (100%) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
Bihar Assembly Elections: 40% कैंडिडेट करोड़पति
1303 में 519 उम्मीदवार यानी 40% करोड़पति हैं। इनकी औसत संपत्ति 3.26 करोड़ है। 519 उम्मीदवार सिर्फ 5वीं से लेकर 12वीं तक पास हैं। प्रतिशत में यह आंकड़ा 40% है। 651 यानी 50% उम्मीदवार स्नातक और इससे ज्यादा पढ़े हैं। पहले चरण के कुल उम्मीदवारों में महज 9% महिलाएं हैं।






