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भिलाई : भिलाई के पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र स्थित औद्योगिक क्षेत्र हथखोज की नई बस्ती में बांग्लादेशी नागरिक होने की आशंका को लेकर पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया। रविवार सुबह 6:30 बजे से शुरू हुई इस कार्रवाई में पुलिस ने बस्ती में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति का वेरिफिकेशन किया। इस दौरान पांच थानों की पुलिस बल और नगर निगम के अधिकारी मौके पर मौजूद थे। वेरिफिकेशन का यह अभियान सुबह 9:30 बजे तक चला।
मुख्य बिंदु:
संदिग्धों की जांच: पुलिस ने बस्ती में रह रहे नागरिकों के दस्तावेजों की जांच की। 21 संदिग्धों को पूछताछ के लिए पुरानी भिलाई थाना ले जाया गया। हालांकि, किसी भी घर से कोई अवैध हथियार या आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई। कार्रवाई का कारण: यह अभियान प्रदेश के गृहमंत्री और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के हालिया बयान के बाद शुरू किया गया, जिसमें उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और कार्रवाई के निर्देश दिए थे। हथखोज वार्ड में बसे लोगों की बांग्लादेशी होने की आशंका को लेकर स्थानीय नागरिक लंबे समय से शिकायत कर रहे थे। बस्ती का इतिहास: हथखोज इंडस्ट्रियल एरिया की खाली जमीन पर धीरे-धीरे एक नई बस्ती बस गई है। यहां रहने वाले अधिकांश लोग बांग्लाभाषी हैं और अलग-अलग समय पर आकर बस गए हैं। इनमें से कई परिवार चार साल, दो साल या छह महीने पहले यहां आकर रह रहे हैं। पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी: इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (भिलाई शहर) सुखनंदन राठौर, भिलाई-चरोदा नगर निगम कमिश्नर दर्शन सिंह राजपूत, तहसीलदार और पांच थानों – जामुल, छावनी, खुर्सीपार, भिलाई-3, और कुम्हारी का पुलिस बल शामिल रहा।अधिकारी के बयान:
- दर्शन सिंह राजपूत (भिलाई-चरोदा निगम कमिश्नर): उन्होंने बताया कि बस्ती में बाहरी लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वेरिफिकेशन अभियान चलाया गया है।
- सुखनंदन राठौर (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक): उन्होंने कहा कि संबंधित पार्षद और निवासियों को पहले ही वेरिफिकेशन के लिए कहा गया था, लेकिन ध्यान नहीं दिए जाने पर यह कार्रवाई की गई। दस्तावेजों की जांच के बाद कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
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