
कोण्डागांव जिले ने बस्तर संभाग स्तरीय ओलंपिक 2024 में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 37 पदक जीते।खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस भव्य आयोजन का समापन 15 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में हुआ।यह आयोजन न केवल खेल के क्षेत्र में बस्तर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा बना, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी प्रोत्साहित करने का प्रयास रहा। कोण्डागांव के कलेक्टर कुणाल दुदावत ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के खिलाड़ियों ने 9 स्वर्ण, 17 रजत और 11 कांस्य पदकों के साथ कुल 37 पदक हासिल किए। इस उपलब्धि में कोण्डागांव से भाग लेने वाले 320 खिलाड़ियों और 57 अधिकारियों का योगदान सराहनीय रहा।
पदक विजेताओं को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। व्यक्तिगत खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं को 5 हजार रुपए, रजत पदक विजेताओं को 3 हजार रुपए और कांस्य पदक विजेताओं को 2 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। वहीं, टीम खेलों में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक के लिए क्रमश: 10 हजार रुपए, छह हजार रुपए और चार हजार रुपए की राशि दी जाएगी। यह प्रोत्साहन राशि खिलाड़ियों को उनकी मेहनत और उपलब्धियों का सम्मान करने के उद्देश्य से दी जा रही है।
कोण्डागांव के तीरंदाज रंजू सोरी को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बस्तर युथ आइकॉन घोषित किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विशेष रूप से उन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि रंजू जैसे खिलाड़ी बस्तर के युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उनके प्रदर्शन ने क्षेत्र की खेल प्रतिभा को नई पहचान दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर ओलंपिक ने यह साबित कर दिया है कि यहां के युवाओं में खेल प्रतिभा की प्रचुरता है। यह आयोजन न केवल खेल के क्षेत्र में, बल्कि क्षेत्रीय संस्कृति को बढ़ावा देने में भी सफल रहा है। बस्तर ओलंपिक ने कोण्डागांव और पूरे संभाग के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक बड़ा मंच दिया। इस प्रकार, यह आयोजन बस्तर की खेल और सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित हुआ है।