
Ayodhya
Ayodhya : नई दिल्ली। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक आधुनिक ओपन सरफेस पार्किंग निर्माण का निर्णय लिया है। यह पार्किंग परियोजना इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड पर आधारित है, जिसकी कुल लागत 16,557.74 लाख रुपये तय की गई है। यह पार्किंग मांझा जमथरा के पास स्थित सरकारी जमीन पर 35 एकड़ क्षेत्र में विकसित की जा रही है और इसका निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग की सीडी-2 इकाई द्वारा कराया जा रहा है।
Ayodhya : इस आधुनिक पार्किंग में एक साथ 475 वाहन खड़े हो सकेंगे, जिससे श्रद्धालुओं की भीड़ को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा और अयोध्या में यातायात प्रबंधन भी सुचारू रहेगा। इस परियोजना में एक पांच मंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें दो डोरमेट्री और तेरह दुकानें भी बनाई जाएंगी। यह अतिरिक्त सुविधाएं श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए लाभकारी साबित होंगी। मंदिर उद्घाटन के बाद अयोध्या में दर्शनार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे पार्किंग और यातायात एक प्रमुख चुनौती बन गया है।
Ayodhya : योगी सरकार द्वारा लिया गया यह कदम अयोध्या को एक विश्वस्तरीय धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में एक ठोस पहल है। सरकार पहले से ही शहर में सड़क, पुल, होटल और अन्य सुविधाओं समेत कई आधारभूत ढांचा परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। पार्किंग परियोजना से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी बल्कि स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा क्योंकि दुकानों और डोरमेट्री की सुविधा पर्यटकों के ठहरने और खरीदारी के अनुभव को बेहतर बनाएगी।
Ayodhya : ईपीसी मोड के तहत निर्माण कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाएगा क्योंकि इस प्रक्रिया में निर्माण एजेंसी को डिजाइन, सामग्री की खरीद और निर्माण की पूरी जिम्मेदारी दी जाती है, जिससे पारदर्शिता और दक्षता दोनों बनी रहती हैं। लोक निर्माण विभाग की सीडी-2 इकाई के अधिशाषी अभियंता उमेश चंद्र ने आश्वस्त किया है कि परियोजना तय समय में पूरी की जाएगी।
Ayodhya : इसके अलावा, इस परियोजना से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। निर्माण के दौरान मजदूरों, इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। साथ ही, दुकानों और डोरमेट्री के संचालन से स्थानीय व्यापारियों और सेवा प्रदाताओं को भी लाभ मिलेगा। यह परियोजना अयोध्या के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान सिद्ध होगी।