
Arbitrary fare of Prayagraj Maha Kumbh : बस वाले प्रयागराज का वसूल रहे ढाई गुना किराया
रायपुर। Arbitrary fare of Prayagraj Maha Kumbh : भाठागांव बस टर्मिनल में महाकुम्भ में पुण्य स्नान के नाम पर छत्तीसगढ़ के लोगों की जमकर जेब काटी जा रही है। विमानों और रेलगाड़ियों में सीटें फूल होने का फायदा बस वाले उठा रहे हैं। रायपुर से प्रयागराज जानेवाली बसों के दो ऑपरेटर तो ऐसे है जो ढाई गुना किराया वसूल रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि परिवहन विभाग तक इसकी शिकायत नहीं पहुंच रही है, लेकिन जिम्मेदार अफसर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। लिहाजा, बस संचालक बेखौफ होकर अपने कर्मचारियों से अवैध उगाही करवाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
Arbitrary fare of Prayagraj Maha Kumbh : क्या है पूरा मामला
दरअसल एशियन न्यूज़ भारत की टीम ने जब भाठागांव बस टर्मिनल में इसकी पड़ताल की, तो पाया कि जब से महाकुंभ शुरू हुआ है, तब से रायपुर से प्रयागराज जाने वाली दो बसों के आपरेटर ढाई गुना किराया यात्रियों से वसूल रहे हैं।
ढाई गुना तक वसूल रहे किराया
महाकुम्भ से पहले आम दिनों में स्लीपर कोच का किराया 1,500 से 2,000 रुपये था। उसे बढ़ाकर 3,500 से 4, 000 रुपये तक कर दिया है। पिछले दिनों गंगा किनारे हुई भगदड़ की घटना के बाद प्रयागराज जाने वाली बसों के किराये में गिरावट भी आ गई है। इसके बावजूद भी इन लोगों ने किराए में कोई कटौती नहीं की है। रेल यात्रियों को ढोने में फेल हो गई है। विमान भी बेईमान हो चले हैं। ऐसे में लोगों का एक मात्र सहारा बसें ही हैं। इसी बात का फायदा यहां के बस मालिक उठा रहे हैं। इन लोगों ने अपने -अपने कर्मचारियों को लूट की खुली छूट दे रखी है।
भाठागांव बस टर्मिनल से इन दिनों गिनी-चुनी यात्री बसें ही प्रयागराज जा रही हैं। इनमें राम दूत और मनीष ट्रैवल की यात्री बस के साथ अन्य बसें शामिल हैं। इन ट्रैवल कंपनियों की स्लीपर बसे अयोध्या तक चल रही हैं, लेकिन महाकुंभ केी शुरुआत से ही श्रद्वालुओं से मनमाना किराया वसूलना शुरू कर दिया है, जबकि डीजल की कीमत पिछले एक वर्ष से यथावत है, बढ़ी नहीं है।
बसवालों ने मचा रखी है लूट
प्रयागराज जाने वाले अजय सिंह, विक्रम चौहान, राहुल कुमार, सत्येंद्र तिवारी आदि ने बताया कि ट्रेनों में कंफर्म सीट नहीं मिलने के कारण मजबूरी में बस में सफर करना पड़ा। यहां तो बस वालों ने लूट मचा रखी है। एक-एक यात्रियों से करीब 3,000 से 3,500 रुपये किराया लिया जा रहा है। इससे यात्रियों में आक्रोश है। यहां हम आपलो ये भी बता दें कि पिछले एक साल से डीजल की कीमतें स्थिर हैं। इसके बावजूद भी किराया ढाई गुना बढ़ाना समझ से परे है। शिकायत करने के बाद भी न तो यातायात पुलिस न ही परिवहन विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है।
अब खोजने पड़ रहे महाकुम्भ के यात्री
बुधवार की सुबह प्रयागराज कुंभ में भगदड़ की घटना के बाद से लोग किसी अनहोनी की आशंका के चलते फिलहाल प्रयागराज जाने से बच रहे हैं। यात्रियों की कमी को देखते हुए बस संचालकों ने भी अचानक से बढ़ा हुआ किराया कम कर दिया है । भाठागांव स्थित बुकिंग काउंटर से पूछने पर बताया गया कि दो हजार से लेकर तीन हजार रुपये में प्रयागराज की टिकट उपलब्ध है। भगदड़ के बाद से प्रयागराज में कुछ यात्री बसें फंसी हुई हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी
यात्रियों से अधिक किराया लेने वाले बसों की जांच कर सख्ती से कार्रवाई करने के लिए उड़नदस्ता प्रभारियों को निर्देशित किया गया है। जल्द ही प्रदेशभर में जांच अभियान चलाकर कार्रवाई होगी। जांच में दोषी पाए जाने वाले बसों की परमिट निरस्त भी करेंगे।