
वर्धा। महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगीकरण संस्थान (एमगिरी) के जैव प्रसंस्करण एवं जड़ी-बूटी विभाग द्वारा 17-18 दिसंबर को “पंचगव्य आधारित उत्पादों का विपणन: चुनौतियां, समाधान एवं अवसर” विषय पर एक राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला और विचार-मंथन सत्र आयोजित किया जा रहा है।
डॉ. अखिल जैन को विशेष आमंत्रण
इस कार्यशाला में मनोहर गौशाला के ट्रस्टी, डॉ. अखिल जैन (पदम डाकलिया) को आमंत्रित किया गया है। डॉ. जैन इस सत्र में 15 मिनट का प्रेजेंटेशन देंगे। उनके प्रेजेंटेशन में निम्न बिंदुओं पर चर्चा होगी:
- मनोहर गौशाला में बनने वाले पंचगव्य उत्पादों को बाजार की मुख्यधारा में कैसे लाना है
- डोमेस्टिक और ग्लोबल मार्केटिंग में सपोर्ट कैसे किया जा सकता है
- मार्केटिंग चेन कैसे स्थापित की जा सकती है
- विभिन्न उत्पादों की जानकारी
राष्ट्रीय स्तर पर भागीदारों की उपस्थिति
इस कार्यशाला में देशभर की प्रमुख गोशालाओं के प्रतिनिधि, कुछ उद्यमी, और
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM)
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT)
- अनुसंधान संस्थानों के वैज्ञानिक
- बड़ी औद्योगिक इकाइयों के मार्केटिंग विशेषज्ञ
- और ऑनलाइन मार्केटिंग एक्सपर्ट्स
इन सभी क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
इस राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला का उद्देश्य है कि पंचगव्य उत्पादों के विपणन के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से चर्चा की जाए, उन्हें मुख्यधारा के बाजारों में स्थापित किया जाए, और देशभर में उपलब्ध इन उत्पादों को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने के तरीके साझा किए जाएं।