गौरेला : छत्तीसगढ़ के गौरेला तहसील में धान सत्यापन के नाम पर रिश्वत लेने के आरोप में ग्राम खोडरी के पटवारी मुकेश्वर नाथ साहू को कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने निलंबित कर दिया है। पटवारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की गई।
क्या है मामला?
ग्राम खोडरी के पटवारी मुकेश्वर नाथ साहू पर आरोप है कि उन्होंने धान सत्यापन के लिए एक किसान से राशि लेने की मांग की थी। किसान ने यह घटना रिकॉर्ड कर ली और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना के सामने आने के बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए।
जांच के बाद सख्त कार्रवाई
वीडियो की सत्यता की जांच के बाद, कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने तत्काल प्रभाव से पटवारी को निलंबित करने का निर्णय लिया।
- कलेक्टर का बयान: उन्होंने कहा, “किसानों के साथ धोखाधड़ी या रिश्वतखोरी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
- यह कदम जिले में प्रशासनिक अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
निलंबन का असर
- पटवारी के निलंबन के साथ ही अन्य राजस्व अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें।
- किसानों के लिए यह कार्रवाई राहतभरी है, क्योंकि इससे यह संदेश गया है कि प्रशासन किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
किसानों ने जताई संतुष्टि
ग्राम खोडरी के किसानों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और इसे न्यायसंगत ठहराया है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर सख्त कदम उठाकर ही भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सकती है।
प्रशासन का सख्त रुख
जिले में इस घटना के बाद अन्य विभागों को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसानों और आम जनता से संबंधित मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही या भ्रष्टाचार सहन नहीं किया जाएगा।
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