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इजरायल। तेल अवीव में राजमार्ग पर क्यों उतरे लोग, असल में इजरायल के गाज़ा पट्टी में हमास की और से बंधक बनाए गए लोगों की लाशें सैनिकों ने बरामद की थीं। इसके बाद पूरी कंट्री में आक्रोश फ़ैल गया।
इसे देखते हुए सबसे बड़े ट्रेड यूनियन ने सोमवार को हड़ताल का ऐलान किया । इसके बाद इजरायल में हजारों लोगों ने रैली निकाली, इजरायली झंडों को हाथों में उठाए प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव, येरुशलम और अन्य दूसरे शहरों में प्रदर्शन किया।
तेल अवीव में राजमार्ग पर क्यों उतरे लोग
प्रदर्शन करने वालों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सरकार पर 7 अक्टूबर 2023 के हमलों में हमास की ओर से बंधक बनाए गए बाकी लोगों की रिहाई करने के लिए समझौते पर पहुंचने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप भी लगाया।
वैसे तो ये विरोध प्रदर्शन काफी हद तक शांतिपूर्ण था , लेकिन भीड़ में मौजूद कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस लाइन तोड़ दी। इससे तेल अवीव में एक प्रमुख राजमार्ग पूरी तरह जाम हो गया।
ऐसा उस वक़्त हुआ जब एक प्रमुख इजरायली श्रमिक संघ, हिस्ताद्रुत ने बंधक समझौते के लिए दबाव डालने के लिए सोमवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया।
वैसे तो इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने पहले कहा था कि दक्षिणी गाजा के राफा क्षेत्र में एक सुरंग में शनिवार को छह लोगों की लाशें मिली थीं।
तेल अवीव में जोरदार प्रदर्शन से लगा लम्बा जाम
बंधकों की शिनाख़्त कार्मेल गाट, हर्श गोल्डबर्ग-पोलिन, ईडन येरुशालमी, अलेक्जेंडर लोबानोव, अल्मोग सारूसी और मास्टर सार्जेंट ओरी डैनिनो के रूप में की गई. इन सभी में एक अमेरिकन नागरिक भी शामिल था।
आईडीएफ के उच्चपदस्थ सूत्रों बताया कि शनिवार को उसके सैनिकों के वहां पहुंचने से कुछ समय पहले ही वे मारे गए थे.
इसके कारण ही रविवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, इसमें भीड़ ने सरकार और पीएम नेतन्याहू पर निजी रूप से शेष बंधकों को बचाने में असफल होने का आरोप लगाया। तेल अवीव में रविवार की देर रात प्रदर्शनकारियों के बीच
मौजूद कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस लाइन को तोड़कर अयालोन राजमार्ग पर प्रवेश किया। इसके बाद येरुशलम में प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों की बहुत बड़ी भीड़ जमा हो गई।
तेल अवीव में बंधक फोरम ने क्या कहा
असल में बंधकों के परिजन पिछले कई सप्ताह से प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सरकार और हमास के मध्य युद्ध विराम समझौता कराने के प्रयासों के तहत देशव्यापी स्ट्राइक की मांग कर रहे थे।
इस मौके पर बंधक परिवार फोरम ने कहा कि छह बंधकों, जिनके शव इजरायली सेना ने बरामद किए थे, उनका पिछले कुछ दिनों क़त्ल कर दिया गया, जो हमास के कारागार में लगभग 11 महीने तक दुर्व्यवहार, यातना और भुखमरी से कष्ट झेल रहे थे.
क्या था ये पूरा मामला
वैसे तो ये स्पष्ट नहीं है कि गाजा में कितने बंधक बचे हुए हैं। 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायल में हुए एक भयावह हमले में हमास ने 251 लोगों को अग़वा कर लिया और 1,200 लोगों को सरे आम क़त्ल कर दिया था।
इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ जवाबी सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। इस क्षेत्र में हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक , 7 अक्टूबर से अब तक वहां 40 हज़ार 5 सौ 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
गाजा में जारी इजरायल की कार्रवाई
इसी बीच गाजा के हेल्थ ऑफिसर्स ने कहा कि रविवार को विस्थापित फिलिस्तीनियों के ठिकाने वाले एक स्कूल में पुलिसकर्मियों के एक समूह को टॉरगेट बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमले में 11 लोग मारे गए
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इस मामले को लेकर सेना ने कहा कि इसने हमास कमांड सेंटर पर हमला किया।पब्लिक सिक्योरिटी एजेंसी के स्पोक्स पर्सन महमूद बसल ने कहा कि, ‘एक महिला तथा लड़की सहित ग्यारह लोग मारे गए।
तो वहीं मोहाज़िरों को आश्रय देने वाले गाजा शहर के सफाद स्कूल पर इजरायली वायुसेना ने हवाई हमला किया। ’ उन्होंने बताया कि इसमें कई लोग घायल हुए हैं
नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक अन्य गाजा स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि स्कूल में हमास पुलिस चौकी बनी हुई थी।
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